
यूक्रेन पर परमाणु हथियारों से हमला करने की रूस की धमकी पर चिंता जताते हुए पश्चिमी देशों ने रूस की आलोचना की है ।
उन्होंने आरोप लगाया है कि रूस अपनी बातें मनवाने के लिए परमाणु हमले की धमकियां दे रहा है ।
इन आरोपों के जवाब में रूस की जासूसी संस्था एसवीआर फॉरेन इंटेलिजेंस सर्विस के प्रमुख सर्गेई नारिश्किन ने पश्चिमी देशों को ही इसके लिए ज़िम्मेदार ठहराया है । उन्होंने परमाणु हमले की धमकी देने से इनकार कर दिया है ।
और क्या कहा रूसी जासूसों के बॉस ने ?
बीबीसी ने नारिश्किन से पूछा, ”क्या आप साफ़तौर पर बताएंगे कि यूक्रेन में रूस न तो परमाणु हथियारों का उपयोग करेगा और न ही उकसाने वाली कार्रवाइयों जैसे डर्टी बम गिराने या बांध उड़ाने जैसी कार्रवाइयों में शामिल होगा ?”
रूस की जासूसी संस्था के मुखिया ने इस सवाल का सीधा जवाब न देते हुए कहा, ”हम यक़ीनन परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की आशंका जताने वाली पश्चिमी देशों की बयानबाज़ी से चिंतित हैं ।”
उन्होंने कहा, ”कल रूस के रक्षा मंत्री ने तुर्की, अमेरिका और फ्रांस के अपने समकक्षों से फोन पर बात की । उन्होंने यूक्रेन के तथाकथित ‘डर्टी बम’ इस्तेमाल करने की आशंका से उन सब को अवगत कराया है ।”
हालांकि रूस के इन आरोपों के पक्ष में कोई सबूत नहीं हैं । रविवार को ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस की सरकारों ने रूस के दावों पर एक संयुक्त बयान जारी किया ।
उन्होंने यूक्रेन पर लगाए गए रूस के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा,
“दुनिया इस आरोप को हमला करने के बहाने के रूप में देखेगी । हम यूक्रेन पर हमला करने के इस बहाने को ख़ारिज करते हैं ।”