
फतेहपुर : क्राइम ब्रांच में एक दागदार सिपाही की पोस्टिंग चर्चा का विषय बनी हुई है । बताया जाता है कि क्राइम ब्रांच के जिम्मेदार लोगों ने अफसरों को गुमराह करके दागदार सिपाही की तैनाती करवाने में पूरे तरह से सफलता हासिल की है । जिससे पूरे पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है मवेशी तस्करों का मास्टरमाइंड सिपाही थरियांव एवं हुसैनगंज के साथ-साथ गाजीपुर थाने में भी अपनी सेवाएं दे चुका है और खाकी पर बदनुमा दाग लगा चुका है । लेकिन इस सब के बावजूद भी तैनाती कैसे हो गई वह भी क्राइम ब्रांच में यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है ।
पिछले 2 दिनों से जिले के क्राइम ब्रांच में एक सिपाही की तैनाती सुर्ख़ियों में कन्हैयालाल नाम का सिपाही क्राइम ब्रांच में तैनात किया गया है । इसके पहले भी वह तीन बार क्राइम ब्रांच में रह चुका है और अपने कार्यकाल में क्राइम ब्रांच की पूरी टीम को हर तरीके से खुश करने के लिए हथकंडे अपना चुका है ।
गाजीपुर में तैनाती के दौरान सिपाही का स्थानांतरण गैर जनपद कर दिया गया था । लेकिन उसको रिलीव करने के नाम पर तत्कालीन थानाध्यक्ष ने भी काफी नाटक नौटंकी की थी । सबसे खास बात तो यह रही कि यह सिपाही जहां वहां अपने अफसर को हर तरीके से अपने पक्ष में कामयाब करने में सफल रहा यही वजह है कि क्राइम ब्रांच में इस सिपाही की तैनाती कमाऊ पूत के लिए की गई । जो अब चर्चा का विषय बनी हुई हुसैनगंज में भी तैनाती के दौरान यह सिपाही हमेशा चर्चे मे रहाऔर थाना अध्यक्ष सिपाही के बचाव में उतरते रहे ।
लेकिन जब उच्चाधिकारियों को सिपाही के करतूतों की जानकारी मिली तो उन्होंने उसे वहां पर हटाने में कामयाबी हासिल कर ली थी ।
थाने में भी इस सिपाही ने बड़े खेल करने में सफलता हासिल कर ली मवेशी तस्करों से सिपाही के गहरे ताल्लुकात बताए जा रहे हैं और अब क्राइम ब्रांच में एक सब इंस्पेक्टर ने आला अफसरों को गुमराह करके उसकी तैनाती करवा दी । बताया जाता है कि यह तैनाती पूरे पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बनी हुई है ।