
बकेवर/फतेहपुर । देवमई में बूढ़ेश्वर महादेव की 76वीं दो दिवसीय रामलीला का शुभारम्भ बहुत ही हर्षोल्लास के साथ हुआ ।
प्रथम दिवस में राम दरबार में राम आरती से रामलीला का शुभारंभ हुआ । जिसमे कमेटी के सदस्यों सहित दर्शको ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया । राम आरती करने के पश्चात रामलीला का कार्यक्रम अग्रसर हुआ । कौमिक वीरू दादा ने दर्शको को खूब हास्य रस से ओतप्रोत कर दिया । चरणबद्ध तरीके से श्रीराम ने तड़का राक्षसी का वध किया । तड़का द्वारा ऋषि मुनियों को दी जा रही प्रताड़ना से मुक्ति दिलाई । जनक विलाप देख दर्शको की आंखे नम हो गई । दर्शकों ने राजा जनक के अभिनय का तालियों के साथ स्वागत किया ।
रामलीला के कार्यक्रम में रामदरबार के साथ फुलवारी की लीला का सजीव मंचन किया गया रामलीला के सभी किरदारों ने अपना जीवंत अभिनय प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया । महर्षि विश्वा मित्र के साथ भगवान राम और लक्ष्मण महाराजा जनक के राज मिथिला पहुंचते है जहाँ मिथिला नरेश उनका स्वागत धूमधाम से करते हैं । दोनों भाई मिथिला नगरी की शोभा देखकर अत्यंत प्रसन्न होते हैं और नगर भ्रमण की इच्छा प्रकट करते हैं । जब भगवान राम और लक्ष्मण नगर में भ्रमण कर रहे होते हैं । तब वहां के नगरवासी दो सुंदर राजकुमारों की सुंदरता देख बहुत प्रफुल्लित होते हैं ।
इसी बीच राजा जनक की सुपुत्री जनक नंदिनी सीता अपनी सखियों के साथ गौरी पूजन के लिए निकलती हैं और इन्हें देखती हैं तो निहारती ही रह जाती हैं फुलवारी की लीला देर रात तक चलती रही । इसी के साथ श्री बूढ़ेश्वर महादेव की प्रथम दिवस की लीला समापन हुआ ।
इस अवसर पर रामजी तिवारी,देवनारायण द्विवेदी,सुधीर तिवारी ,नरेश गुप्ता,मोनू अवस्थी,अभिषेक अवस्थी (गोलू),मुनीम जी ,रामू अवस्थी,दिनेश पासवान (गुरु प्रधान),विकाश शुक्ला आदि लोग सहयोग और दर्शकगण रहे ।