
फतेहपुर । जनपद में निकाय चुनाव में सभी प्रत्यशी जन सम्पर्क करने में एड़ी-चोटी का जोर लगाए हैं ।
लगभग सभी दलों के समर्थक अपने-अपने प्रत्याशी व दल की विशेषताएं बता कर गुणगान करने में जनता के बीच जी जान से जुटे हुए हैं वैसे तो जनपद की प्रत्येक सीट चाहे पालिका हो या पंचायत पर चुनाव कांटे का होने की उम्मीद है पर जनपद में सबसे अधिक चर्चित सदर नगर पालिका की अगर बात की जाए तो यहाँ टिकट वितरण से लेकर अभी तक का प्रचार-प्रसार इतना नाटकीय रहा है कि बड़े-बड़े राजनीति के धुरंदर भी आंकड़े लगाने में सफल नही हो सके । अब रही बात यहां के मतदाताओं की । वैसे तो हर पार्टी का बेस वोट बैंक(परम्परागत वोट) होता है और यहां मौजूद भी है । चाहे बसपा हो सपा हो या भाजपा इन्ही पार्टियों के प्रत्याशियों में इस सीट पर चुनाव अटका है । ऐसा लगता है कि यहाँ का मतदाता इस बार बड़ा सोच विचार कर मतदान करने के मूड में है । पान की दुकान हो या चाय की दुकान, गली चौराहे हो या अन्य जगह बस चुनावी चर्चे चलते दिख रहे है । कभी सपा से निर्वतमान चेयमैन द्वारा कराए गए कार्यों की चर्चा होती है तो कभी पूर्व के चेयरमैनो के द्वारा कराए गए कार्यों की उससे तुलना । कभी भाजपा के बुलडोजर की चर्चे होते हैं तो कभी बसपा सरकार में किये गए कार्यों की चर्चा ।
फिर कभी जातिगत आकड़ो की बात भी होने लगती है तो कभी पार्टियों से बगावत कर ताल ठोकने वालों की, तो फिर कभी प्रत्याशियों के व्यक्तिगत व्यवहार पर भी लोग आपस मे चर्चा मेल-जोल पर कर लेते हैं । इन सबके बीच पिछले समय में हुए विकास कार्यों की सराहना करना लोग नही भूलते हैं । फिर ज्यादा तर यही आवाज कानो में सुनाई पड़ती है । चलो देखा जाएगा पर काम करने वाले को वोट दीन जाई ।