
कानपुर । महाराजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बौसर गांव निवासी विनीत यादव सेना के वाहन चालक थे । बीते गुरुवार को दुर्घटना में विनीत यादव पुत्र रामेंद्र यादव (33) वर्ष शहीद हो गए थे शहीद जवान विनीत यादव का पार्थिव शरीर रविवार को जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंचा पूरा माहौल गमगीन हो गया है ।
हजारों की संख्या में लोगों ने तिरंगे के साथ शहीद की अंतिम यात्रा निकाली और भारत माता की जय के नारे लगाए । इस मौके पर सेना के कई जवान भी मौजूद रहे । शहीद विनीत यादव का चेहरा आखिरी बार देखते ही उनकी पत्नी और मां बेसुध हो गईं । दोनों को रिश्तेदारों और आस पड़ोस के लोगों ने ढांढस बंधाया ।
वही बौसर गांव निवासी रामेन्द्र कुमार यादव किसानी करते हैं । उनके दो बेटे विनीत यादव और सचिन यादव थे । विनीत सेना में वर्ष 2008 में चालक के पद पर भर्ती हुए थे और इन दिनों लद्दाख में तैनात थे ।
वहीं,सचिन भी सेना में जवान है और वर्तमान में पठानकोट में तैनात हैं । परिवार में विनीत की मां चंपा देवी, पत्नी कल्पना और डेढ़ साल का बेटा एकांत है ।
गुरुवार को विनीत अपने एक अन्य साथी के साथ यूनिट की अन्य गाड़ियों के लिए तेल आपूर्ति लेकर जा रहे थे । रास्ते में उनकी गाड़ी अनियंत्रित हो गई और गहरी खाई में जा गिरी । हादसे में विनीत की मौके पर ही मौत हो गई,जबकि उनके साथी के दोनों पैर कट गये यूनिट के लोगों ने घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया । जबकि विनीत की मौत की सूचना हेड क्वार्टर को दी ।
वहीं रविवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ । शहीद के अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए । वहीं शहीद जवान को बौसर गांव में राजकीय सम्मान के साथ सलामी देते हुए अंतिम विदाई दी गई । इस दौरान विनीत यादव अमर रहे के नारों से पूरा गांव गुंजायमान हो गया ।
वहीं कानपुर पुलिस के अधिकारी व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों द्वारा भी पुष्पांजलि अर्पित की गई । इसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया ।