
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को ब्रसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वो और उनकी पार्टी अदानी की आलोचना क्यों करती है ।
उन्होंने कहा, “हमें निजी या सरकारी सेक्टर से कोई समस्या नहीं है । हमें इस बात से दिक्कत होती है जब एक-दो लोग पूरे देश को वित्तीय तौर पर नियंत्रित करने लगते हैं ।”
इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर एमएसएमई सेक्टर को निशाना बनाने का आरोप लगाया है ।
We don't have a problem with the private or government sectors.
We draw the line where 1 or 2 people start to financially control the whole country.
Government policies in India have systematically attacked the backbone of our employment system, i.e. the MSME sector.
Our… pic.twitter.com/ogYKBVrsoa
— Congress (@INCIndia) September 8, 2023
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों यूरोप दौरे पर हैं । जिसमें वह नीदरलैंड, बेल्जियम और फ्रांस जैसे कई देश पहुंच रहे हैं ।
इसी सिलसिले में उन्होंने शुक्रवार को ब्रसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया ।
उनकी पार्टी और वह स्वयं अदानी समूह और उसकी पीएम मोदी के साथ कथित क़रीबियों की आलोचना करती रही है ।
अदानी जी से हमारी दिक्कत ये है कि वह बंदरगाहों, हवाई अड्डों,कृषि, अनाज गोदामों, रियल इस्टेट और सीमेंट बिज़नेस को नियंत्रित करते हैं । यह भारत के लिए ठीक नहीं है । राहुल गांधी
कांग्रेस नेता
उन्होंने कहा, “सरकारी नीतियों ने एक व्यवस्थित ढंग से हमारे रोजगार तंत्र की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाली एमएसएमई सेक्टर को निशाना बनाया है । अदानी जी से हमारी समस्या ये है कि वह बंदरगाहों, हवाई अड्डों, कृषि, अनाज गोदामों, रियल इस्टेट और सीमेंट बिज़नेस को नियंत्रित करते हैं ।”
“यह भारत के लिए फायदेमंद नहीं है । एक तरफ तो बीजेपी एकाधिकारवादी मॉडल को बढ़ावा दे रही है । वहीं, दूसरी तरफ़ नौकरियां पैदा करने वाले एमएसएमई सेक्टर को तबाह कर रही है । इसकी वजह से एक रोज़गार संकट खड़ा हो रहा है ।”
ब्रसेल्स से राहुल गांधी
कांग्रेस पार्टी पिछले काफ़ी समय से अदानी समूह के ख़िलाफ़ लगाए गए आरोपों की संसद में जेपीसी बनाकर जांच करने की मांग कर रही है ।
हालांकि, पीएम मोदी की ओर से इन आरोपों पर खुलकर बात नहीं की गयी है ।