
हाल के दिनों की कुछ घटनाओं को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता ।
यूक्रेन की सीमा पर हज़ारों रूसी सैन्य टुकड़ियों की तैनाती, एक ऐसे समय में जब अमेरिकी समुद्री जहाज़ कथित तौर पर ब्लैक सी की तरफ़ बढ़ रहे थे और रूस के विदेश मंत्री ने “उनके अपने भले के लिए” दूर रहने को कहा था ।
जैसे-जैसे तीखी बयानबाज़ियां तेज़ हो रही हैं और सेना की गतिविधि बढ़ रही है, पश्चिम के राजनेताओं को खुले आक्रमण से डर लग रहा है और वो पुतिन से “तनाव कम करने” की अपील कर रहे हैं ।
रूस ने इससे इनकार कर दिया है ।