
करनाल में हरियाणा पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया है । यह लाठीचार्ज बसताड़ा टोल प्लाजा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर हुआ है ।
करनाल में लाठीचार्ज में किसानों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया ।
#WATCH | Haryana: Police baton charged farmers who were protesting at Bastara toll plaza area in Karnal pic.twitter.com/NlYiUnDJMr
— ANI (@ANI) August 28, 2021
समाचार एजेंसी एएनआई ने इसका एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी टोल नाके पर किसानों को तितर-बितर करने की कोशिश कर रहे हैं ।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आगामी पंचायत चुनावों के लिए करनाल में विधायकों और मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे थे । इसी बैठक का विरोध करने के लिए किसान करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर एकत्र हुए थे ।
पुलिस ने पहले किसानों को प्रदर्शन से हटने की चेतावनी दी और फिर उन पर लाठीचार्ज किया ।
Haryana: Police lathicharge protesting farmers near Karnal for disrupting traffic movement on highway, 10 injured
— Press Trust of India (@PTI_News) August 28, 2021
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार करनाल में हुए पुलिस के लाठीचार्ज में क़रीब 10 किसान घायल हुए हैं । लाठीचार्ज में कुछ वाहनों के शीशे भी टूटने की ख़बर है ।
इस कार्रवाई का आदेश देते हुए करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो वायरल हो रहा है ।
इस वीडियो में वे कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, “करना है या नहीं करना है, तो बात ये है कि करना है । ये नाका नहीं टूटना चाहिए, हर हाल में । ये क्लियर है ।” इसके जवाब में पुलिस के जवानों के यस सर की आवाज़ आती है ।
फिर आयुष सिन्हा कहते हैं, “एक्शन करोगे ” फिर यस सर की आवाज़ सुनाई देती है । इसके बाद आयुष सिन्हा कहते हैं, “पक्का”. इसके बाद यस सर की आवाज़ आने पर सिन्हा कहते हैं, “ठीक है, लाइन अप कर लो और करा दो ।”
इस वीडियो को लेकर बाद में एसडीएम आयुष सिन्हा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि “कुछ जगहों पर पत्थरबाज़ी शुरू हो गई थी…
पुलिसकर्मियों को ब्रीफ़िंग के दौरान सोच समझ कर ताकत इस्तेमाल करने को कहा गया था ।”
Haryana | Stone pelting had started at many places… It was said during the briefing to use force proportionately: Karnal SDM Ayush Sinha on viral video showing him asking policemen to hit protesting farmers on their heads pic.twitter.com/Re9Zi8iovT
— ANI (@ANI) August 28, 2021
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसान पिछले कई महीनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं । किसान इन तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं ।
किसान संगठनों और सरकार के बीच कई दौर की बैठक हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई फ़ैसला नहीं हुआ है ।
सरकार का कहना है कि वह कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करेगी लेकिन उसमें संशोधन के लिए तैयार है । वहीं किसानों का कहना है कि सरकार जब तक उनकी मांगें नहीं मानेगी वो पीछे नहीं हटेंगे ।
अब से थोड़ी देर पहले आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि सरकार जानबूझ कर किसानों के आंदोलन को ख़त्म करना चाहती है । किसान नेताओं ने प्रदेश सरकार और राज्य सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार चाहती है कि किसान 5 सितंबर को मुज़्फ्फ़रनगर में होने वाली महापंचायत तक न पहुंच सकें ।
किसान नेता गुरनाम सिंह ने कहा, ”करनाल में प्रशासन की ओर से लाठीचार्ज किया गया है । हम इसकी निंदा करते हैं. किसान शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे थे लेकिन प्रशासन ने उनके ख़िलाफ़ बल प्रयोग किया है ।”
किसानों पर लाठीचार्ज के बाद किसानों ने कुरुक्षेत्र में दिल्ली-अमृतसर हाइवे को जाम कर दिया है । किसानों का कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा से निर्देश मिलने तक वे जाम नहीं खोलेंगे ।
लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने दिल्ली-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया । लेकिन बाद में हिरासत में लिए गए किसानों को छोड़े जाने के बाद देर शाम टोस प्लाज़ा को खोल दिया गया ।
कांग्रेस ने इस घटना की आलोचना की है और कहा है कि किसानों के साथ सरकार जनरल डायर जैसा व्यवहार कर रही है ।
किसानों से जनरल डायर जैसा व्यवहार कर रही खट्टर सरकार!
पहले मोदी-खट्टर सरकारों ने तीन काले कानूनों से खेती का खून किया,
अब भाजपा-जजपा सरकार किसानों का खून बहा रही है।#किसान_विरोधी_खट्टर #FarmersProtestहमारा बयान :- pic.twitter.com/YNjbjbhjQu
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 28, 2021
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार ने “करनाल में अन्नदाताओं पर लाठीचार्ज करवा के जनरल डायर जैसी बरर्बता का लाइव प्रसारण करवा दिया ।”