
ब्रिटेन में हुए एक शोध से पता चला है कि कोरोना के अल्फा वैरिएंट की तुलना में डेल्टा वैरिएंट से बीमार पड़ने वालों को अस्पताल जाने की जरूरत क़रीब दोगुनी होती है ।
जानकारों के अनुसार, जानेमाने जर्नल ‘द लैंसेंट’ में प्रकाशित एक महत्वपूर्ण अध्ययन बताता है कि आख़िर लोगों का पूर्ण टीकाकरण क्यों जरूरी है । उनका मानना है कि यह कोरोना वायरस के किसी भी वैरिएंट्स से होने वाले बीमारी के ख़तरे को कम करता है ।
वर्तमान में डेल्टा सबसे बड़ा ख़तरा बनकर उभरा है. वर्तमान में ब्रिटेन में होने वाले क़रीब सभी मामलों के लिए यह वैरिएंट ही जिम्मेदार है ।
पीएचई और एमआरसी का अध्ययन
मेडिकल पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) और मेडिकल रिसर्च काउंसिल (एमआरसी) के नेतृत्व में मार्च और मई के बीच हुए इस अध्ययन में 43,338 मामलों को लिया गया । ऐसे मामलों में अल्फा और डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित लोग भी थे ।
इनमें से अधिकांश संक्रमण उन लोगों में थे, जिन्हें अभी तक टीका नहीं लगाया गया था । इस शोध के अनुसार, अधिकांश मरीज़ों को अस्पताल की जरूरत नहीं पड़ी । हालांकि डेल्टा वैरिएंट से संक्रमितों में से 196 (2.3%) को और अल्फा वैरिएंट से संक्रमितों में से 764 (2.2%) को अस्पताल जाना पड़ा ।
शोध में यह भी पाया गया कि उम्र,जेंडर और प्रजाति जैसे अंतरों को समायोजित करने के बाद,अल्फा की तुलना में डेल्टा वैरिएंट के मरीज़ों को अस्पताल जाने का जोख़िम क़रीब दोगुना था । इसलिए सबका टीकाकरण होना बहुत जरूरी है ।
पीएचई के हाल में किए एक शोध के अनुसार, दोनों ख़ुराक ले लेने के बाद अस्पताल जाने की जरूरत बहुत कम हो जाती है । फ़ाइज़र-बायोएनटेक से जहां 96 फ़ीसदी सुरक्षा मिलती है, वहीं एस्ट्रोज़ेनेका से 92 फ़ीसदी सुरक्षा मिलती है । दूसरे शोधों में भी बताया गया है कि वैक्सीन भले ही संक्रमण से बचा न सके, लेकिन इससे अस्पताल में भर्ती होने और मौतों को कम करने में मदद ज़रूर मिलती है ।
ब्रिटेन के 88 फ़ीसदी आबादी को कम से कम एक ख़ुराक
ब्रिटेन में अब क़रीब 4.8 करोड़ यानी 16 साल से अधिक उम्र के क़रीब 88 फ़ीसदी लोगों को कोरोना वायरस के टीके की पहली ख़ुराक मिल चुकी है । वहीं क़रीब 78 फ़ीसदी यानी 4.2 करोड़ लोगों को दोनों ख़ुराक लग गई है ।
पीएचई के डॉ. गेविन डबरेरा ने बताया, “हम पहले से जानते हैं कि वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के ख़िलाफ़ बेहतर सुरक्षा देते हैं । ब्रिटेन में डेल्टा ही 99% से अधिक मामलों के लिए जिम्मेदार है । इसलिए जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों ख़ुराक नहीं ली है, वे जल्द से जल्द इसे ले लें ।”
वे कहते हैं, “यह अभी भी महत्वपूर्ण है कि यदि आपको कोविड के लक्षण हैं, तो आप घर पर रहें और जल्द-से-जल्द पीसीआर टेस्ट करवा लें ।”