
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि काबुल एयरपोर्ट पर हुआ हमला “दुखी करने वाला है ।”
अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिकी मिशन की शुरुआत पूर्व राष्ट्रपति जॉज बुश के कार्यकाल में हुई थी । ओबामा ने भी राष्ट्रपति रहते हुए हज़ारों सैनिकों को वहां भेजा था ।
ओबामा ने कहा कि अमेरिकी सैनिक “हीरो हैं जो मुश्किल परिस्थिति में लोगों की जान बचाने के मिशन में जुटे रहे ।”
ओबामा ने एक बयान जारी कर कहा, “एक राष्ट्रपति के तौर पर उन अमेरिकी लोगों के साथ दुखी होने से बुरा कुछ नहीं है जिन्होंने इस देश की सेवा के लिए अपनी जान दे दी ।”
उन्होंने कहा कि वो उन अमेरिकी और अफ़ग़ान परिवार के साथ हैं जिन्होंने अपने चाहने वालों को खो दिया ।
“मैं उन अफ़ग़ान और अमेरिकी लोगों के बारे में सोच रहा हूं जिन्होंने अपने परिवार को खोया है, इनमें से कई अमेरिका के साथ ख़ड़े रहे और एक बेहतर ज़िदगी की उम्मीद में सबकुछ दांव पर लगाने को तैयार थे ।”
अमेरिकी डिफेंस के आंकड़ों के मुताबिक साल 2001 में संघर्ष की शुरुआत से अब तक अफ़ग़ानिस्तान में 2400 से अधिक सैनिक मारे जा चुके हैं ।