
कानपुर । सरसौल स्थित सैकड़ों वर्ष पुराना श्री नंदेश्वर धाम मंदिर स्थापित है । शिव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा । यहां लाखों शिव भक्तों ने विधि-विधान से भगवान शिव का जलाभिषेक किया । श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति द्वारा बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई । पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ।
वही मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष हरिपाल यादव बताते हैं कि सैकड़ों वर्ष पहले मंदिर के स्थान पर एक बहुत बड़ा जंगल हुआ करता था । आस पास गांव के लोग जानवर चराने के लिए इसी जंगल मे आया करते थे । समय बीतता गया एक दिन की बात है एक गाय जंगल की झाड़ियों में गई और कुछ देर बाद वापस उस झाड़ी से बाहर निकल आई । शाम को चरवाहा जब गाय दुहने को बैठा तो दूध नहीं निकला । इसी तरह यह प्रक्रिया एक सप्ताह तक लगातार होती रही । एक दिन चरवाहा को शक हुआ कि शायद गाय का दूध कोई दुह कर ले जाता है । रोज की भांति अगले दिन चरवाहा गाय चराने गया उसी जंगल में गया । गाय उसी झाड़ी में चली गई चरवाहा गाय के पीछे-पीछे गया तभी उसने देखा कि गाय के थन से दूध निकल रहा है । उसने गुस्से में आकर हाथ में लिए कुल्हाड़ी को गाय पर फेंक कर मारी,लेकिन वह कुल्हाड़ी जमीन में गिर गई और तभी वहां खून दिखाई दिया । जब उसने पास आकर देखा तो आश्चर्य चकित हो गया वहां झाड़ी में एक शिवलिंग पड़ी थी जिससे खून निकल रहा था । चरवाहा हाथ जोड़कर रोने लगा और अपनी गलती का पश्चाताप करने लगा । वह दौड़कर गांव पहुंचा और बड़े बुजुर्गों को इस बारे में बताया । यह सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो घटना देख भयभीत हो गए । इसके बाद ग्रामीणों ने झाड़ी से शिवलिंग को बाहर निकाल कर शिवलिंग में घी लगाया । जिससे रक्त का बहाव बंद हो सके । ग्रामीणों ने झाड़ी के आसपास साफ-सफाई करके विधि-विधान से पूजा अर्चना कर शिवलिंग को स्थापित किया और तब से शिव मंदिर का नाम श्री नन्देश्वर धाम पड़ गया ।
शिव भक्त राम जी शर्मा बताते हैं कि महाशिवरात्रि पर्व पर आसपास सहित दूर-दराज से लाखों श्रद्धालु श्री नन्देश्वर धाम में बाबा भोले नाथ के दर्शन करने आते है । सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद को श्री नन्देश्वर बाबा को पूरी करते है । जिन भक्तों की मनोकामना पूरी हो जाती है वो भक्त शिव मंदिर में कावंड़ चढ़ाने आते है तो वहीं हजारों भक्त पैदल परिक्रमा करते हुए बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने आते है । श्री नन्देश्वर धाम के प्रति लोगों में अटूट आस्था है मंदिर कमेटी के द्वारा महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती जी के विवाह का आयोजन किया गया । गाजे बाजे के साथ शिवबारात निकाली गई । जहां भगवान शिव व पार्वती का विधि विधान से पूजन-अर्चन किया गया महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिर प्रांगण में विशाल मेले का आयोजन किया गया है । मेले में पहुंची दुकानों पर सुबह से ही लोगों की भीड़ लगी रही । लोगों ने पूजा के साथ ही मेले का भी आनंद उठाया । मेले में हर प्रकार की मनोरंजन के सामानों को खरीदने में लगे रहे । महिलाएं व बच्चों ने झूले का लुत्फ उठाया ।
महाशिवरात्रि पर्व को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के चौक चौबंद किए है । महाराजपुर थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि श्री नन्देश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को किसी भी कोई असुविधा न हो इसके लिए पुलिस बल तैनात है । मेले की निगरानी सीसीटीवी व ड्रोन से की जा रही है । यहां सुरक्षा की दृष्टि से पीएसी, ट्रैफिक पुलिस, महिला पुलिस,फायर ब्रिगेड,बम निरोधक दस्ता,सर्विलांस व एलआईयू टीम के साथ-साथ स्थानीय पुलिस भी तैनात है ।