
कानपुर । सरसौल ब्लाक के कमालपुर गांव में मां भुइआ रानी का सैकड़ों वर्ष पुराना मंदिर स्थापित है ।
मंगलवार की शाम मंदिर प्रांगण में ऐतिहासिक मेला का आयोजन किया गया । जिसमें आस पास गांव के लोग मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर मेले का लुत्फ उठाया । यहां ग्रामीणों द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी रामलीला का आयोजन किया गया । जिसमें पूजन -अर्चन आरती के अलावा कलाकारों द्वारा रामलीला का सजीव मंचन किया गया । रामलीला की शुरुआत गणेश वंदना से की गई ।
रामलीला में राम लक्ष्मण की जोड़ी उपेंद्र मिश्रा व अंकित अवस्थी, मुंन्ना जी हमीरपुर (जनक), शिवप्रकाश त्रिवेदी कल्यानपुर परशुराम, कमलेश दीक्षित (रावण), जहान सिंह (बाणासुर), भंग धनुष गौरव पांडेय व रिंकू कानपुरी कलाकारों ने सीता स्वयंवर का दृश्य प्रस्तुत किया । स्वयंवर में विभिन्न देशों के राजाओं एवं राजकुमार जब शिव धनुष को हिला नहीं सके तो गुरु विश्वामित्र के आदेश पर भगवान राम ने शिव धनुष को उठाया और जैसे ही उन्होंने धनुष की प्रत्यंचा को खींचा तो एक झटके में ही धनुष के दो टुकड़े हो गए । इस दृश्य को देखकर दर्शक पूरे उत्साह के साथ जयघोष किया । वहीं इस दृश्य के उपरांत माता सीता की भगवान राम से विवाह का दृश्य प्रस्तुत किया गया तो वहीं राजा जनक का विलाप देखकर हर किसी की आंखें भर आई ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे महाराजपुर एसएचओ सुरेन्द्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान राम के बताए आदर्शों पर चलना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि अपने बच्चों को भी रामलीला के मंचन के दौरान लेकर आएं, ऐसा करने से उन्हें विभिन्न प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होंगी, साथ ही धर्म की ओर रुझान भी बढ़ेगा । यहां कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे भाजपा नेता रानू शुक्ला, रज्जन शुक्ला, राजेश तिवारी ग्राम प्रधान खरौटी आदि लोगों ने भगवान राम-लक्ष्मण की आरती पूजन किया ।