
उत्तर प्रदेश । फर्रुखाबाद कोर्ट ने सोमवार को राजस्व विभाग के पूर्व लेखपाल प्रवेश तोमर और उसके दोस्तों मनोज शाक्य,विमल कुमार, विष्णु शरण रस्तोगी, सोनू तिवारी को उम्रकैद की सजा सुनाई है । प्रवेश तोमर अपनी सगी नाबालिग बेटी का रेप करता था और दोस्तों से भी करवाता था । परेशान मां ने बेटी को पिता से निजात दिलाने को जयपुर में एडमिशन दिलाया तो ये दरिंदा पिता भी उसकी आबरू लूटने उसके कमरे पर पहुंच जाता था ।
मामला 2020 में खुला था.. तब यह लोग जेल गए थे.. कोर्ट का फैसला आज आया है ।
कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली 16 वर्षीय पीड़िता की मां शिक्षक है । जिसने 12 जनवरी 2020 को कोतवाली में तहरीर देकर अपने लेखपाल पति, पति की मां यानी अपनी सास और उसके दोस्तों के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया था । जिसमें विमल कुमार, विष्णु शरण रस्तोगी, सोनू तिवारी, मनोज शाक्य, राहुल उर्फ कुंती शामिल है । अपनी तहरीर में मां ने बताया था कि उसका पति अपनी पुत्री के साथ दुष्कर्म करता है । जानकारी होने पर उन्होंने अपने पुत्री को पढ़ने के लिए जयपुर भेज दिया ।
दादी ने प्राइवेट नर्सिंग होम में कराया गर्भपात
लेकिन उसका पति वहां भी पहुंच गया और जयपुर से उसकी पुत्री को वापस ले आया और उसके साथ दुष्कर्म करता है । गर्भ ठहरने पर दादी ने प्राइवेट नर्सिंग होम में उसका गर्भपात करा दिया । अपने बेटे के घृणित कार्य को उसकी सास बढ़ावा देती थी । पति अपने दोस्तों को भी शामिल कर लिया ।
उम्र कैद की सजा सुनाई
बीते शनिवार को अदालत ने पिता,मनोज शाक्य,सोनू तिवारी, विमल कुमार, विष्णु शरण रस्तोगी और दादी को दोषी माना । सोमवार को अदालत में लेखपाल पिता और उसके चार दोस्तों को उम्र कैद की सजा सुनाई । जबकि दादी को गर्भपात करने का दोषी मानते हुए 8 साल की सजा सुनाई । साक्ष्य के अभाव में बाकी को दोष मुक्त कर दिया ।