
बढ़ापुर/बिजनौर (उत्तर प्रदेश) । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर साहूवाला व बढ़ापुर वन रेंज की ओर से समीप के गांवों में पौधरोपण कराया गया । साथ ही रेंज कार्यालयों पर पर्यावरण विषय पर निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया ।
बुधवार को साहूवाला रेंज में आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए प्रभागीय वनाधिकारी नजीबाबाद वंदना फोगाट ने वृक्षो के महत्व पर प्रकाश डालते हुए वनों की सुरक्षा व पौधरोपण पर जोर दिया । डीएफओ वंदना फोगाट की देख रेख में विश्व पर्यावरण दिवस पर बुधवार को रेंज कार्यालय परिसर में एक निबंध लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ । डीएफओ वंदना फोगाट ने शामिल हुए बच्चो और सभी मेहमानों को विशेष बातो से परिचित कराया पर्यावरण में महत्व साथ ही क्यों मनाया जाता है । इस पर प्रकाश डाला,डीएफओ वंदना फोगाट ने बताया पर्यावरण का अर्थ संपूर्ण प्राकृतिक परिवेश से है जिसमें हम रहते हैं । इसमें हमारे चारों ओर के सभी जीवित और निर्जीव तत्व शामिल होते हैं । जैसे कि हवा, पानी, मिट्टी, पेड़-पौधे, जानवर और अन्य जीव-जंतु । पर्यावरण के घटक परस्पर एक-दूसरे के साथ जुड़कर एक समग्र पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करते हैं । स्कूल के छोटे बच्चो ने भी अपने अपने कला की प्रद्शनी कर सब का दिल मोह लिया इससे प्रेरित होकर डीएफओ वंदना फोगाट ने सभी बच्चो को किताबे पेंसिल वितरित की ।
वही मौजूद कार्यक्रम में नगर अध्यक्ष दिलशाद अंसारी ने भी पक्षियों को पानी पिलाया साथ ही पौधो लगाए और पर्यावरण दिवस पर उन्होंने बताया कि हालांकि प्राकृतिक संसाधनों के दोहन और मानव जीवनशैली के लिए इनके गलत उपयोग से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है । दूषित पर्यावरण उन घटकों को प्रभावित करता है । जो जीवन जीने के लिए आवश्यक हैं । ऐसे में पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने,प्रकृति और पर्यावरण का महत्व समझाने के उद्देश्य से हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं । भारत समेत पूरे विश्व में प्रदूषण तेजी से फैल रहा है । बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रकृति खतरे में हैं। प्रकृति जीवन जीने के लिए किसी भी जीव को हर जरूरी चीज उपलब्ध कराती है । ऐसे में अगर प्रकृति प्रभावित होगी तो जीवन प्रभावित होगा । प्रकृति को प्रदूषण से बचाने के उद्देश्य से पर्यावरण दिवस में सभी बढ़ चढ़कर जीवन को बचाने में सहायक बने ।
आपको बता दे इसकी शुरुरुआत पर्यावरण दिवस मनाने की नींव 1972 में पड़ी । जब संयुक्त राष्ट्र संघ ने पहला पर्यावरण दिवस मनाया है और हर साल इस दिन को मनाने का एलान किया । दरअसल, पहला पर्यावरण सम्मेलन 5 जून 1972 को मनाया गया था । जिसमें 119 देशों ने भाग लिया था । स्वीडन की राजधानी स्टाॅकहोम में सम्मेलन हुआ । संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानव पर्यावरण पर स्टाॅकहोम सम्मेलन के पहले दिन को चिन्हित करते हुए 5 जून को पर्यावरण दिवस के तौर पर नामित कर लिया ।
अतिथि वनधिकारी नजीबाबाद डीएफओ वंदना फोगाट, विजयपुर रेंज अधिकारी, साहूवाला रेंज अधिकारी, नगर अध्यक्ष दिलशाद अंसारी, प्रधान अख्तर अली,हाफिज इरफान,नईम अहमद,जावेद अंसारी आदि