
लखनऊ । नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) का विरोध गुरुवार को और तीखा हो गया यूजीसी नेट रद्द किए जाने के बाद छात्र संगठन सड़क पर उतर आए ।
एनएसयूआई, सपा छात्रसभा और आइसा से जुड़े छात्रों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया । लखनऊ विश्वविद्यालय से लेकर हजरतगंज चौराहे तक छात्रों का विरोध दिखा । शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग की । लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री और शिक्षा मंत्री का पोस्टर फूंका । छात्रों के बढ़ते विरोध के बीच पुलिस भी पहुंच गई । कुछ छात्र सड़क पर लेट गए ।
तीखी नोकझोंक के बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को जबरन बस में बैठाया गया और ईकोगार्डन पहुंचा दिया । जहां से सभी को छोड़ दिया गया ।
वहीं, स्वराज आन्दोलन ट्रस्ट और हजरतगंज कोचिंग टीचर्स ने गुरुवार को प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में नीट-2024 को रद्द कर दोबारा एनटीए के अलावा किसी अन्य एजेंसी से परीक्षा कराने की मांग की । साथ ही कहा कि नीट धांधली की निष्पक्ष जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराई जाए ।
समाजवादी छात्रसभा, एनएसयूआई और आइसा ने साथ बोला हल्ला
लखनऊ विश्वविद्यालय के एक नम्बर गेट पर समाजवादी छात्र सभा, एनएसयूआई और आइसा एक साथ लड़ते नजर आए । समाजवादी छात्र सभा के तौकीर गाजी के नेतृत्व में कांशी यादव सहित अन्य छात्र जमा हुए । इस बीच एनएसयूआई की लखनऊ विश्वविद्यालय की इकाई के अध्यक्ष शुभम खरवार,विशाल सिंह,सुधांशु शर्मा सहित अन्य छात्र पहुंच गए । आईसा का नेतृत्व निखिल राज और समर गौतम कर रहे थे । परिसर के भीतर छात्रों ने नेट रद्द होने के विरोध में शिक्षा मंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की । जैसे ही छात्र संगठन विश्वविद्यालय गेट के निकट पहुंचे । पुलिस ने इन्हें रोक लिया । फिर धक्कामुक्की हुई और हंगामा बढ़ता गया । बढ़ते आक्रोश के बीच प्रदर्शनकारी छात्रों में से एक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फोटो को जलाना शुरू कर दिया । इसके बाद पुलिस ने बलपूर्वक छात्रों को पकड़कर बस में बैठाया और ईकोगार्डन पहुंचाया । बस पर बैठाने के दौरान कई छात्र बसों के ऊपर चढ़ गए और एनटीए एवं सरकार विरोधी नारे लगाए । आक्रोशित छात्रों को बस की छत से उतारने में पुलिस बल को काफी मशक्कत करनी पड़ी ।
हजरतगंज चौराहे पर भी युवाओं का हंगामा
हजरतगंज चौराहे पर युवा नीट में गड़बड़ियों की वजह से आक्रोशित दिखे । दोपहर में ही दर्जन भर युवा नीट रद्द करने की मांग लेकर हजरतगंज चौराहे पर एकत्रित हुए । हाथों में नीट की सीबीआई जांच कराएं,परीक्षा रद्द की जाए,पेपर लीक जैसे पोस्टर लेकर नारे लगाने शुरू कर दिए । चौराहे पर पहले ही पुलिस बल बड़ी संख्या में मौजूद था । इसलिए जल्दी ही युवाओं के प्रदर्शन काबू पा लिया गया ।