
फतेहपुर । आज उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष सुशील तिवारी के नेतृत्व में नहर कालोनी में दिवंगत शिक्षामित्र साथियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष सुशील तिवारी ने बताया कि 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट से शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द हुआ था इस दुखद सूचना को सुनकर तमाम शिक्षामित्रों ने मौत को गले लगाया तब से लेकर अब तक लगभग 12000 शिक्षामित्रों की असामयिक मृत्यु हो चुकी है । किसी ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की । किसी ने ट्रेन के आगे कूद कर जान दी,तो किसी ने सल्फास खाकर जान दे दी । यही नहीं तब से अब तक हजारों शिक्षामित्र आर्थिक तंगी का सामना करते हुए मानसिक अवसाद के शिकार हो रहे हैं । इनमें से सैकड़ों तो हार्ट अटैक से दिवंगत हुए, हजारों साथी बेहतर इलाज न करा पाने के कारण इस दुनियां से चले गए किंतु फिर भी 2017 से अब तक सरकार ने शिक्षामित्र की कोई सुध नहीं ली । शिक्षामित्र 2017 से ही ₹10000/- प्रति महीने के अल्प मानदेय पर कार्य कर रहा है । अब 2024 चल रहा है और सरकार ने अब तक एक पैसे की बढ़ोतरी भी नहीं की है । साथ ही साथ जिलाध्यक्ष ने आये हुए सभी साथियों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में अपने हक व अधिकारों के लिए संघर्ष हेतु सभी का हौसला बढ़ाया ।
इसी क्रम में जिला महामंत्री रवीन्द्र प्रकाश पटेल ने बताया कि शिक्षामित्र संघ ने तमाम आंदोलन किए, तमाम धरना प्रदर्शन किए, कई बार शिक्षा मंत्री से मिलकर अपनी पीड़ा को भी रखा । सरकार के सामने बड़े बड़े आंदोलन तक किये, मुख्यमंत्री को जनता दरबार में भी अपनी पीड़ा से अवगत कराया लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी ।
सरकार ने इस समस्या हेतु 2017 व 2023 में यानी दो बार कमेटियां भी बनाई लेकिन आज तक कमेटियों ने अपना कोई प्रस्ताव उजागर नहीं किया । परिणामस्वरूप शिक्षामित्र हतोत्साहित होकर मौत को गले लगाता जा रहा है । क्योंकि वह अपने बेटे और बेटियों की शादी में अपनी जमीन तक बेंच रहा है । अंततः सरकार को चाहिए कि आज के समय में शिक्षामित्र स्नातक है । बीटीसी है और तमाम शिक्षामित्र टेट क्वालिफाइड भी हैं तो इनका कम से कम समान कार्य का समान वेतन दे ।
अतिरिक्त जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील मिश्रा एवं जिला सँयुक्त मंत्री ओम पटेल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अगर हमारी मांगों पर विचार नहीं किया तो आगामी 5 सितम्बर को लखनऊ में विशाल धरना प्रदर्शन करने के लिए हम सब बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी । अब शिक्षामित्र जाग गया है । अब सरकार की टरकाऊव दोहरी नीति नही चलेगी ।
बैठक में प्रमुख रूप से अदीप सिंह जिलाध्यक्ष राष्टीय शैक्षिक महासंघ अजय सिंह,अनूप तिवारी,आशुतोष द्विवेदी,माया,रेनू, सुचिता पांडेय, राजेश सिंह,शैलेन्द्र वर्मा (जिला उपा0/अध्यक्ष-तेलियानी), मीनू सिंह (कोषाध्यक्ष) ,सुनील मिश्रा (वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष), ओम पटेल (संयुक्त जिलामंत्री), आशुतोष द्विवेदी (जिला महासचिव), अखिलेश गुप्ता (अध्यक्ष-असोथर),सर्वेश चन्द्र मिश्र (अध्यक्ष-धाता),भानुप्रताप सिंह (अध्यक्ष-विजयीपुर),अनिल श्रीवास्तव (अध्यक्ष-ऐरायां),कैलाश (अध्यक्ष-अमौली) ,आशीष पटेल (अध्यक्ष-देवमयी), विशाल शुक्ला (अध्यक्ष -मलवां),शैलेन्द्र सिंह (अध्यक्ष-भिटौरा),विष्णु दुबे संयोजक -नगर क्षेत्र),संतोष यादव (कार्यवाहक अध्यक्ष-हथगाम) सहित तमाम शिक्षामित्र साथी उपस्थित रहे ।