फतेहपुर । अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मिस्बाहुल हक़ ने कहा कि जननायक राहुल गांधी द्वारा आरक्षण को लेकर अमेरिका मेे दिये गये बयान पर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नाटक,घातक और सतर्क शब्दों की जो संज्ञा दी है वह उनकी हताशा और भाजपा की आशा में दिया गया बयान है । यह बात उन्होंने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही ।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब भी चुनाव बाद शोषित, पीड़ित, वंचित समाज की बात करते है तो मायावती का भाजपा से अघोषित गठबंधन वाला बयान ज़रूर आता है । अनुसूचित जाति और जन जाति का वर्ग चाहता है कि कोई उनके वोट का सौदागर वाला नहीं संवैधानिक अधिकार वाला हो तो वह राहुल गांधी के साथ इंडिया गठबंधन के दलों की भूमिका निभाने वाला बन जाता है तभी तो 2024 के लोकसभा चुनाव में संविधान बदलने वाले भाजपा के प्रत्याशियों के बयान के बाद वो अयोध्या जैसी सामान्य सीट से अवधेश प्रसाद जैसे साधारण परिवार के साथ खड़ा हुआ ।
कांशीराम के सामाजिक न्याय के आंदोलन से उपजी सामाजिक बदलाव की भेदभाव से दूर की मान्यता देता संदेश जब व्यापारिक दृष्टिकोण से राजनीति का खिलौना बनने लगा तब वो वर्ग कांग्रेस की ओर चल पड़ा क्योंकि उसे मालूम है कि जब वो कांग्रेस की आवाज बनता था । तब भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में दामोदरम संजिवैयया, बिहार में तीन बार भोला पासवान शास्त्री जाटव समाज से, सुशील कुमार शिंदे महाराष्ट्र,जगन्नाथ पहाड़िया राजस्थान और पंजाब से चरण जीत सिंह चन्नी रामदासिया सिख मुख्यमंत्री रहे हैं ।
जब से वोट विभाजन की रेखा क्षेत्रीय दलों के बीच हुआ वह स्वयं समुदायों के साथ अंतिम छोर पर पहुंच गया जिसके सामने मंहगाई, बेरोजगारी,शिक्षा,स्वास्थ्य के साथ-साथ उसकी अस्मिता पर भी आंच आने लगी है जिस पर मायावती खामोश रहती हैं ।