
बोवै की मस्जिद कथित चरमपंथी उपदेश के लिए जांच के दायरे में थी ।
फ्रांस में एक इमाम के “जिहाद का समर्थन” करने वाला कट्टरवादी उपदेश देने के कारण एक मस्जिद को बंद कर दिया गया है ।
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक बोवै शहर में स्थित इस मस्जिद को छह महीनों के लिए बंद किया गया है ।
अधिकारियों के मुताबिक इमाम ने अपने उपदेशों में जिहादियों को “हीरो” कहा था और नफ़रत व हिंसा के लिए उकसाया था ।
फ्रांस उन मस्जिदों की जांच कर रह है जिन पर चरमपंथियों से संपर्क होने का शक है ।
दो हफ़्ते पहले फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डार्मानिनने कहा था कि वो बोवै की मस्जिद को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं क्योंकि इमाम अपने उपदेशों में ईसाइयों,समलैंगिकों और यहूदियों को निशाना बना रहे हैं ।
प्रशासन ने मस्जिद को जवाब देने के लिए 10 दिनों का समय दिया था ।
न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी ने स्थानीय अख़बार कूरियर पाईकार्ड के हवाले से लिखा है कि इस मस्जिद के इमाम ने हाल ही में इस्लाम कबूल किया था ।
सैमुअल पैटी
मस्जिद का प्रबंधन करने वाली संस्था के वकील ने मीडिया से कहा कि इमाम के बयान को गलत संदर्भ में लिया गया है । वहीं,इमाम को मस्जिद निलंबित कर दिया गया है ।
लेकिन, गृह मंत्री के मुताबिक इमाम ने “इस्लाम के कट्टरता से पालन” और “देश के क़ानून से ऊपर होने का”समर्थन किया था ।
पिछले साल गेराल्ड डार्मानिन ने चरमपंथियों से संपर्क वाली मस्जिदों पर कार्रवाई की घोषणा करते हुए कहा था कि “अलगाववाद” को प्रोत्साहित करने वाली कुछ मस्जिदों को बंद किया जा सकता है ।
पैगंबर मोहम्मद का चित्र दिखाने के कारण एक शिक्षक सैमुअल पैटी की हत्या और चर्च में तीन लोगों को चाकू मारने की घटना के बाद से फ्रांस सरकार ने इस्लामिक कट्टरता को लेकर सख़्त रुख अपना लिया है ।
गृह मंत्रालय के मुताबिक हाल के महीनों में चरमपंथ को लेकर फ्रांस की 2620 से ज़्यादा मस्जिदों में से करीब 100 मस्जिदों और प्रार्थना कक्षों की जांच की गई है ।