
– कवि और रंगमंच के जाने-माने कलाकार थे रमेश चंद्र श्रीवास्तव ,शिक्षकों ने दी गई श्रद्धांजलि
कानपुर । सरसौल रेलवे स्टेशन स्थित बृजलाल वर्मा मेमोरियल महाविद्यालय में शंकरानन्द इंटर कालेज के संस्थापक प्रधानाचार्य रमेश चंद्र श्रीवास्तव की 35वीं पुण्यतिथि पर आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने प्रख्यात कवि, रचनाकार, रंगमंचीय कलाकार रमेश चंद्र श्रीवास्तव के शिक्षा के प्रति उनके अतुलनीय समर्पण को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित करते मधुर स्मृतियों को याद करते हुए उनके महाविद्यालय के प्रबंध समिति के प्रबंधक अवधेश वर्मा ने बताया कि श्रीवास्तव जी निश्चित तौर सरसौल क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाई थी । आज वह हम लोगों के बीच नही है । फिर भी उनके संदेश व विचार उनकी यादें बनकर आज भी उनको हम सभी के बीच जीवन्त सा होता दिखते है ।
उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाई देने वाले श्री श्रीवास्तव जी का काव्य क्षेत्र में भी उनकी गहराई इतनी थी उन्होंने कई ग्रन्थ भी लिखे।अभिनय में उनकी पटुता का परचम था । जनक व रावण का जहां वह अभिनय करते थे । वहीं स्व रचित संवाद भी करते थे ।
इस दौरान प्राचार्य उमारानी मिश्रा ने रमेश चंद्र श्रीवास्तव के चित्र पर माल्यार्पण कर शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा स्वाभिमान के समझौते न करने के कारण शिक्षा अधिकारी (तत्कालीन एसडीआई) के पद पर तीन बार चयन होने के बाद नौकरी से इस्तीफा देकर शंकरानन्द विद्यालय की स्थापना करने वाले बृजलाल वर्मा (संस्थापक प्रबन्धक) के निवेदन पर प्रधानाचार्य का पद स्वीकार किया था । उनके शिक्षा की अलख जगाने के कारण ही क्षेत्र में कई शिक्षण संस्थानों की स्थापना हुई जिसमे से बृजलाल वर्मा महाविद्यालय भी एक शिक्षण संस्थान है ।
इस मौके पर अरुण अवस्थी, मनीष कुमार, प्रशांत पटेल, अर्जुन कुशवाहा, विशाल, प्रिया, स्वेता आदि शिक्षकों ने भी माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।