
मानव कुमार की खास रिपोर्ट
नरैनी/बाँदा । विगत सप्ताह से नरैनी की खाद्य सोसाइटी में किसानों को खाद नहीं मिल रही है खाद की किल्लत के कारण किसान भारी संख्या में बैठे हुए हैं जबकि पूर्व में ही जिलाधिकारी बांदा के द्वारा आदेश दिए गए थे कि फसल की बुआई आने के पहले ही उपयोगी खाद बीज की समुचित/पर्याप्त व्यवस्था कर ली जाए ।
निर्गत आदेशों के विपरीत जिला कृषि अधिकारी के द्वारा पर्याप्त खाद की व्यवस्था न करना, आवंटन प्रक्रिया को दोष पूर्ण बनाना, निश्चित रूप से कालाबाजारी को बढ़ावा देना, लाभ अर्जित करने की सोची समझी रणनीति बनाई गई है । जिसके चलते विगत दिवसों में पीड़ित किसानों के साथ खाद आवंटन के समय समिति के कर्मचारियों के द्वारा मात्र एक बोरी खाद देने पर बढ़ती भीड़ के चलते पुलिसकर्मियों के द्वारा किसानों के साथ मारपीट भी की गई ।
सूचना पर जनता दल यूनाइटेड की महिला मंच की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी पटेल द्वारा समिति के अधिकारियों से बात की गई तो समिति के अधिकारियों ने बताया कि 3 किलोमीटर में प्राइवेट खाद की दुकान नहीं होना चाहिए । जबकि नरैनी कस्बे में 10 से अधिक दुकानें प्राइवेट खाद की खुली हुई है ये गणित विभागीय अधिकारियों की मिली जुली साजिश का परिणाम है । खाद की पर्याप्त मात्रा सहकारी समिति में न देकर प्राइवेट लाइसेंस धारकों को जरूरत से ज्यादा उर्वरक खाद का आवंटन,निजी लाभ उठाने की सोची समझी रणनीति है ।
वहीं किसानों का कहना है कि समय से खाद न मिलने के कारण अन्नदाता की बुवाई रह जाएगी ।
अन्नदाताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार की गाइडलाइन का पालन भी नहीं कर रहे समिति के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा अन्नदाताओं के ऊपर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करवा दिया गया बीते रोज वहीं किसानों का कहना है कि अन्नदाताओं को खाद न देकर अन्नदाताओं के ऊपर लाठी चार्ज करवा रहे हैं किसानों ने क्रोध में कहा कि हम किसानों को खाद बीज समय से सरकार मुहैया कराकर समस्याओं का निस्तारण कर सकते हैं । उसकी जगह में अन्नदाताओं को लाठी चार्ज मुहैया करवा रहे हैं । कालाबाजारी के चलते 1350 की खाद 1750 में बेची जा रही है ।
खाद की कालाबाजारी के चलते यदि किसान अपनी फसल की बुआई ही नहीं कर पाएगा तो निश्चित रूप से यह कहा जा सकता है कि वह अजीज और परेशान होकर आत्म हत्या के लिए मजबूर होगा शायद यह कहना गलत भी नहीं होगा कि बुंदेलखंड में किसानों की आत्महत्या का प्रतिशत बढ़ाने का यह भी एक कारण है । जनता दल यूनाइटेड की शालिनी पटेल ने भी इस विभीषिका के बारे में संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन से अपनी मुहिम जारी रखने का किसानों को आश्वासन दिया ।