
दिल्ली । हिन्दी की बहन उर्दू का पर्व, इस बार दिल्ली नगर निगम ने बेहद ख़ास अंदाज़ में मनाया । विश्व उर्दू दिवस के मौके पर दिल्ली नगर निगम द्वारा पहली बार हिन्दी के साथ-साथ उर्दू भाषा को भी प्रोत्साहित करने की पहल की गई । निगम के प्रसिद्ध केदार नाथ साहनी सभागार में मंगलवार को मुशायरे और कवि सम्मलेन का भव्य आयोजन किया गया । जिसमें उर्दू ज़बान के मशहूर शायरों और कवियों ने भाग लिया ।
इस मौके पर दिल्ली नगर निगम के डिप्टी मेयर, आले मोहम्मद इक़बाल तथा पार्षद नाजिया दानिश ने शिरकत की । उनके अलावा, अतिरिक्त आयुक्त, अमित कुमार शर्मा, उपायुक्त (राजभाषा), वी पी भारद्वाज व राजेश निगम (पूर्व प्रशासनिक अधिकारी, राजभाषा) सहित निगम के अन्य वरिष्ठ व पूर्व अधिकारी भी मौजूद रहे ।
कार्यक्रम का आगाज़, बेहद शानदार अंदाज़ में ग़ज़ल व कव्वाली से किया गया । जिसे दिल्ली नगर निगम के अध्यापक व अध्यापिकाओं की बेहद प्रतिभाशाली टीम द्वारा रोमांचक अंदाज़ में पेश करते हुए सभागार में उपस्थित दर्शकों की ख़ूब तालियां बटोरीं ।
वही मशहूर कवयित्री,शायरा, समाज सेविका व शिक्षाविद्, नीतू पांचाल ‘निधि’, की लिखी वतनपरस्त शायरी व उनकी बेमिसाल गायिकी ने “विश्व उर्दू दिवस” के इस ख़ास मौके पर पेश कव्वाली में जान फूंक दी । कव्वाली में कहे गए उनके इन अल्फ़ाज़ों ने समां बांध दिया…
हिंद की मिट्टी में सूरमा पलते हैं,
तूफानों में भी अकड़ के चलते हैं ।
अशफ़ाक उल्लाह, भगत सिंह की धरती ये ।
हमसे जो टकराए, हाथ वो मलते हैं ।
संगीत से लबरेज़ इस माहौल में हिंदी-उर्दू संस्कृति का अद्भुत संगम देख, दर्शक झूम उठे । कवयित्री, शिक्षिका व समाज सेविका, नीतू पांचाल सहित, उषा गालव (कवयित्री), नवीन कुमार (कवि व संगीतकार) की लेखनी व गायिकी ने मुशायरे में समां बांध दिया ।
निगम कर्मचारियों व शिक्षकों में शिव कुमार,सुशील कुमार, रोशनी, ज्योति जुल्का,सारिका मिश्रा,नेहा सैनी,शशि किरण,उर्मिला प्रजापति, सीमा शर्मा,सुशील राय गुप्ता,मुदित दीक्षित, वंदना, सारिका मिश्रा, पूनम मौर्या,आरती प्रिज़्म व प्रीति शर्मा ने ग़ज़ल और संगीत के सुर बिखेरे ।
इसके बाद कार्यक्रम में मौजूद शायरों ने मुशायरे में चार चांद लगाते हुए अपनी-अपनी नज़्म पढ़ी और ख़ूब तालियां बटोरीं । आदिल रशीद,शरफ नानपारखी,डॉ० अरुण पांडेय,पी के आजाद,सरिता जैन ,मुज़म्मिल अय्यूब, नमिता नमन व आदित्य नारायण मिश्र जैसे नामी शायरों और कवियों ने अपनी-अपनी लाजवाब प्रस्तुति दी ।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य था कि किस प्रकार हिन्दी और उर्दू के रिश्ते को मज़बूत करते हुए, देश की एक समृद्ध भाषा के रूप उर्दू को जीवंत भाषा के रूप में पहचान दी जा सके और उसे गैर-उर्दू देशवासियों तक पहुंचाया जा सके ।
इस मौके पर डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इक़बाल ने कहा कि उर्दू भाषा किसी धर्म विशेष की भाषा नहीं है; बल्कि यह बाकि सभी भारतीय भाषाओं की तरह ही हमारे देश की भाषा है,हमारी समृद्ध भारतीय संस्कृति को धारण करने वाली एक भाषा है । उन्होंने उर्दू भाषा के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करने के लिए राजभाषा विभाग की सराहना की ।
उन्होंने कहा कि भारत ऐसा देश है जहाँ भिन्नता में एकता है । उर्दू और हिन्दी भाषा दो बहनों के समान हैं । जो हमारे देश की एकता की मिसाल है । अतिरिक्त आयुक्त, अमित कुमार शर्मा ने कहा कि दिल्ली नगर निगम द्वारा पहली बार उर्दू भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया है और इसके लिए राजभाषा विभाग बधाई का पात्र है ।
उन्होंने कहा उर्दू भाषा की समृद्धता और उन्नति के लिए प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए । उपायुक्त,राजभाषा, बी पी भारद्वाज ने सभागार में उपस्थित सभी लोगों को विश्व उर्दू दिवस की मुबारकबाद दी ।
उन्होंने कहा कि उर्दू दिवस के सम्मान में इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन सकारात्मक पहल है । जिसकी निश्चित रूप से सराहना की जानी चाहिए । अतिरिक्त आयुक्त,अमित कुमार शर्मा ने उर्दू भाषा को आगे बढ़ाने और उसकी उन्नति के लिए काम करने वाले राजभाषा विभाग में कार्यरत उर्दू भाषा के वरिष्ठ अनुवादक, आफाक़ हुसैन एवं इरफ़ान उल हक्क, लेखाकार, सलीमुद्दीन को प्रशस्ति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया । विश्व उर्दू दिवस सर मुहम्मद इकबाल की जयंती को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है ।