
फतेहपुर । आज जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में अमित शाह द्वारा संसद में भीम राव आंबेडकर के ऊपर की गई टिप्पणी को लेकर एक शांति मार्च निकाला गया एवं देश के सर्वोच्च पद पर आसीन राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए जिला अधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन सौंपा ।
प्रस्तुत ज्ञापन में कहा गया कि देश के संविधान में सभी जाती समुदाय का सम्मान करते हुए व्यवस्थित किया गया है एवं एक गृह मंत्री के रूप में अमित शाह को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था । जिससे एक समुदाय को गहरा आघात पहुंचा है, साथ ही अमित शाह का संविधान के प्रति अनादर का भाव भी प्रकट होता है ।
ज्ञापन में कहा गया कि संसद में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस दल व समाज के सभी समुदायों के बुद्धिजीवी वर्ग इसका घोर विरोध करते हैं । संविधान के प्रति ऐसा घृणित भाव रखने वाले ग्रह मंत्री को अपने पद पर बने रहने का कोई औचित्य नजर नहीं आता । अतः उन्हें तुरंत बर्खास्त करना चाहिए एवं उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने का आदेश देना चाहिए ।
एक बयान में कांग्रेस नेता मणि प्रकाश दुबे ने कहा कि भाजपा की ओछी मानसिकता का परिणाम है, कि आज देश में संविधान का अपमान हो रहा है । जो निश्चित ही आने वाले भविष्य में आपसी मतभेद का कारक होगा । उन्होंने आगे कहा कि भाजपा द्वारा किया जा रहा संविधान का अपमान असह है और कांग्रेस इसको कतई बर्दास्त नहीं करेगी । हमे चाहे इसके लिए कोई भी कुर्बानी देनी पड़े ।
उक्त आयोजन में मुख्य रूप से निवर्तमान जिला अध्यक्ष बीरेंद्र सिंह चौहान,शहर अध्यक्ष आरिफ गुड्डा, मेहश द्विवेदी, श्रवण गौड़, ओम प्रकाश गिहार, सुरेश तिवारी, पंडित राम नरेश महराज, आशीष गौड़, अमर नाथ कैथल, ब्रजेश मिश्रा,चौधरी मोइन राइन, आदित्य श्रीवास्तव, सहाब अली, वकील खान, नौशाद खान,अजय कुमार बच्चा,अमित श्रीवास्तव,इशरत खान,राजीव श्रीवास्तव,राशिद सिद्दीक़ी ,अकरम काले, उमेश जौहरी मौजूद रहे ।