
फतेहपुर । जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि आगामी खरीफ फसलों हेतु कृषक भाइयों के लिए एडवाइजरी जारी की । जिसमें उन्होंने बताया कि कृषक भाई रबी फसलों की कटाई के उपरान्त ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई अवश्य करें । ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई करने से कृषक भाईयों को खेती में निम्न लाभ होते हैं मृदा संरचना में सुधार होता है ।
2 मृदा की जल धारण क्षमता बढ़ती है जो फसलों की बढ़वार के लिए उपयोगी है ।
मृदा की कठोर परत टूट जाती है । जिससे जडों के विकास हेतु अनुकूल वातावरण बन जाता है ।
खेत में उगे खरपतवार एवं फसल अवशेष मिट्टी में दबकर सड जाते हैं । जिससे मृदा में जीवाश्म कार्बन बढ़ता है ।
मृदा में छिपे हानिकारक कीडे मकोडे यथा दीमक,गिडार उनके लार्चा ,प्यूपा एवं खरपतवार के बीज गहरी जुताई के बाद सूर्य के तेज प्रकाश से नष्ट हो जाते हैं एवं पक्षियों द्वारा खा लिए जाते हैं ।
ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई से मृदा में पाये जाने वाले हानिकारक जीवाणु,कवक,निमेटोड एवं अन्य हानिकारक सूक्ष्म जीव नष्ट हो जाते हैं ।
मृदा में वायु संचार बढ़ता है जो लाभकारी सूक्ष्म जीवों की वृद्धि एवं विकास में सहायक होता है । खरपतवारनाशी एवं कीटनाशी रसयनों के विषाक्त अवशेष एवं पूर्व फसल की जड़ो द्वारा छोडे गये हानि कारक रसायनों के अपघटन में सहायक होती हैं ।
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