फतेहपुर । बिजली पावर हाउस बकेवर की लापरवाही व लूट घसोट से कस्बे में पिछले एक सप्ताह से उपभोक्ताओं को मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी विद्युत आपूर्ति नही हो पा रही है । एक सप्ताह पूर्व कस्बे का ट्रांसफार्मर जल गया था ।
अवर अभियंता को उपखण्ड अधिकारी ने मौखिक आदेश किया कि दूसरा ट्रांसफार्मर लाकर दूध आपूर्ति सुनिश्चित करें । किंतु अवर अभियंता ने उपखंड अधिकारी उपखंड अधिकारी के आदेश को नकार कर जले हुए उसी ट्रांसफारमर क़ो संविदा कर्मचारियों को ठीक करने के लिए लगाए रहा ।
जबकि कर्मचारियों ने अवर अभियंता से बताया कि यह ट्रासफार्मर ठीक नहीं हो सकता इसके बावजूद अवर अभियंता उपभोक्ताओ को दरकिनार कर अपनी हठ पर अड़ा रहा अन्ततः अवर अभियन्ता की कारगुजारियों के कारण न जला ट्रांसफार्मर ठीक हो पाया न विद्युत आपूर्ति बहाल हो पाई अंतर तीसरे दिन उपखंड अधिकारी के कहने पर नया ट्रांसफार्मर लाने के लिए कर्मचारियों को फतेहपुर डिपो भेजा गया और नया ट्रांसफार्मर तीसरे दिन की रात्रि में लाया गया और लगाने की कवायत शुरू की गई चौथे दिन भी यही कबायत चलती रही और अर्ध रात्रि में ट्रांसफार्मर लगाया गया ट्रांसफार्मर लग जाने के बाद भी एक सप्ताह बीत रहा है । विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं है । गर्मी से लोग परेशान है । अवर अभियंता की हठधर्मिता से आम उपभोक्ता ही नहीं बिजली घर में कार्यरत संविदा कर्मचारी भी परेशान है । संविदा कर्मियों का कहना है नौकरी करनी है तो मजबूरी में अवर अभियंता की बातों को सुनना पडता है और उच्चाधिकारियों से शिकायत नहीं कर पाते ।
संविदा कर्मचारियों के अनुसार विद्युत आपूर्ति बहाल न हो पाने के लिए अवर अभियंता ही पूरी तरह से दोषी है । जब कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार उपभोक्ताओं को कम से कम 18 घंटे विद्युत सप्लाई दिए जाने का निर्देश है ।
मुख्यमंत्री के निर्देशों को बलाए ताख में रखकर अवर अभियंता कस्बे की विद्युत आपूर्ति बहाल करने की जगह लोगों घरों में जाकर चेकिंग अभियान के नाम पर वसूली का काम शुरू किए हुए हैं ।
एक सैकडा उपभोक्ताओं ने बताया कि अवर अभियंता शिकायत करने वाले उपभोक्ताओं को मुकदमा कायम कराने व जेल भिजवाने की धमकी देता है ।
उपभोक्ताओं ने बताया कि जब भी वे बिजली घर अवर अभियंता से शिकायत करने जाते हैं तो अभद्रता से पेश आता है । गाली गलौज करता है और कहता है कि मुख्यमंत्री से बिजली ले लो जाकर । अवर अभियंता के वार्ताओं को लेकर क्षेत्र में खासा अ संतोष है और उपभोक्ताओं ने मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी से अवर अभियंता के खिलाफ जांच कराए जाने की मांग की है साथ ही कहा है कि अवर अभियंता को हटाया न गया तो उपभोक्ताओं में रोष बढ़ सकता है ।
उपखण्ड अभियंता का कहना है कि उसने अवर अभियंता को पहले ही दूसरा ट्रांसफार्मर लाकर लगाने को कहा था । उपभोक्ताओं की जो शिकायतें मिलती है । उससे कहा जाता है किन्तु समस्या का हल करना उसकी मर्जी पर होता है । ऐसी स्थितियों में आसानी से आंकलन किया जा सकता है कि अवर अभियंता कितना निरंकुश है जो अधिकारियों का भी कहना नहीं सुनता है तो आम उपभोक्ताओं की कहां सुनेगा ।
