
फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पत्रकारों को बताया कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें आश्वासन दिया है कि रूस की सेना यूक्रेन की सीमाओं पर संकट को बढ़ाएगी नहीं ।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मिलने से पहले उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ‘मुझे आश्वासन दिया गया है कि ऐसा कुछ भी नहीं किया जाएगा जिससे स्थिति और बिगड़े ।’
हालांकि रूस शुरुआत से ही कहता आ रहा है कि यूक्रेन पर आक्रमण करने की उसकी कोई योजना नहीं है, लेकिन यूक्रेन से लगी रूस की सीमा पर क़रीब एक लाख सैनिक तैनात हैं ।
अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि रूस ने आक्रमण के लिए आवश्यक 70% सैन्य बलों को यूक्रेन की सीमा पर इकट्ठा कर लिया है ।
मॉस्को ने यूक्रेन की सरकार पर मिन्स्क समझौते को लागू नहीं करने का आरोप लगाया है । मिन्स्क समझौता,पूर्वी यूक्रेन में सेना और रूस समर्थक अलगाववादियों के बीच संघर्ष विराम की बात कहता है ।
फ़्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों इस सप्ताह दोनों देशों की राजधानियों के राजनयिक दौरे पर हैं ।
सोमवार को उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ मॉस्को में लगभग छह घंटे की मुलाक़ात की जिसके बाद वह मंगलवार को यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे ।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित करते हुए मैक्रों ने कहा कि रूस और यूक्रेन के पास अब मौक़ा है कि वे वार्ताओं को आगे बढ़ाते हुए, तनाव कम करने के लिए “ठोस समाधान” तलाश सकते हैं ।
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से तनाव कम करने के लिए ठोस क़दम उठाने का आग्रह किया है ।
उन्होंने कहा, “मुझे वाक़ई शब्दों पर भरोसा नहीं है, मेरा मानना है कि हर राजनेता ठोस क़दम उठाकर अपनी पारदर्शिता दिखा सकता है ।”