
– उ.प्र. राज्य महिला आयोग, डीएम व विभागीय उच्चाधिकारियों से संविदा महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों ने शिकायत कर न्याय दिलाने की किया मांग ।
Edited By Sub Editor Amit Kumar ‘DEV’
फतेहपुर : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खागा में तैनात महिला स्वास्थ्य कर्मियों के साथ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा मिसबिहेव किए जाने और गर्भवती महिलाओं से वसूली का दबाव बनाए जाने का आरोप लगाते हुए महिला कर्मचारियों ने महिला आयोग उत्तर प्रदेश,महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण लखनऊ,अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रयागराज मंडल,जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत कर से न्याय की मांग की है ।
राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश महिला स्वास्थ्य कर्मी आकांक्षा सिंह नर्स मेंटर,सरिता देवी स्टाफ नर्स,विभा सिंह स्टाफ नर्स व पूनम सिंह स्टाफ नर्स द्वारा दिए गए संयुक्त आरोप पत्र में कहा गया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खागा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजीव कुमार जायसवाल जो कि वर्तमान में फतेहपुर कार्यालय में सम्बद्ध किए गए हैं ।
उन सभी महिला कर्मचारियों से तरह तरह की अश्लील हरकतें करते हैं पत्र में आई लव यू लिखने को कहते हैं । महिला स्वास्थ्य कर्मियों का यह भी आरोप है कि वह अपने आवास पर न रहकर महिला विंग के एक कमरे में निवास में करते हैं । जहां उन्हें बुलाकर पर तरह से अपमानित करते हैं । विरोध करने पर उन्हें संविदा से हटवाने और मानदेय में कटौती कराए जाने की भी धमकी देते हैं ।
दिए गए आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजीव कुमार जायसवाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाली गर्भवती महिलाओं से प्रति महिला ₹500 वसूली किए जाने का दबाव बनाते हैं और उसमें 70% स्वयं के लिए मांगते हैं । महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने जब यह वसूली करने से मना कर दिया तो वह उन्हें तरह-तरह की धमकी देते हैं । नर्स मेंटर आकांक्षा सिंह ने बताया कि पिछले दिनों जांच के नाम पर उन्हें उपपुलिस अधीक्षक कार्यालय में बुलाया गया और बयान दर्ज करने की जगह उनसे सादे कागज में हस्ताक्षर करा लिए गए हैं ।
आकांक्षा सिंह के अनुसार चिकित्सा प्रभारी डॉ० राजीव कुमार जायसवाल के ही षणयंत्र के तहत उन्हें खागा से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिंदकी में अटैच कर दिया गया है ।
आकांक्षा सिंह ने बताया कि कार्रवाई न होने की दशा में वह पुनः उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का फिर दरवाजा खटखटाएंगे । अपने एक बयान में आकांक्षा सिंह ने चिकित्सा अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि चिकित्सा अधीक्षक कहते हैं कि तुम मुझे समझो तो मैं तुम्हें समझूंगा तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो । ऐसी दशा में अगर उनके साथ नौकरी या जीवन में कोई तूफान आता है तो इसके जिम्मेदार डॉ० राजीव कुमार जायसवाल होंगे ।
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग तथा अन्य उच्च अधिकारियों को दिए गए प्रार्थना पत्र की तकलीफ दिखाते हुए आकांक्षा सिंह ने बताया कि आरोपी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी उन पर नौकरी से इस्तीफा दिए जाने का भी दबाव बनाता है जो कि सर्वथा अनुचित और अन्याय पूर्ण है ।
हालांकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खागा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को इन्हीं विवादों के तहत फतेहपुर मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है ।
वर्तमान में फतेहपुर मे अपनी सेवाएं दे रहे चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजीव कुमार जायसवाल का कहना है कि उन पर लगाए जा रहे आरोपों मनगढ़ंत हुआ फर्जी हैं उन्होंने कभी भी किसी महिला कर्मचारी को प्रताड़ित नहीं किया । अभी सवाल उठता है कि महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों का आरोप कितना सही है और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के कथन में कितनी सत्यता है यह तो महिला आयोग द्वारा जांच कराए जाने पर ही पता चल पाएगा अगर चिकित्सा अधिकारी द्वारा ऐसी ओछी हरकतें किए जा रही थी तो विभाग द्वारा के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जिससे भविष्य में महिला कर्मचारियों के सम्मान के साथ कोई भी अधिकारी खिलवाड़ ना कर सके ।