
वरिष्ठ पत्रकार “अरुण द्विवेदी”(चुनावी विश्लेषण)
फतेहपुर : बुधवार को संपन्न हुए चौथे चरण के मतदान में जनपद फतेहपुर की सभी 6 सीटों पर सत्तारूढ़ गठबंधन मुख्य मुकाबले में दिखाई दिया विकास बेरोजगारी महंगाई आदि के मुद्दे जहां गौड़ हो गए वही मुफ्त राशन प्रधानमंत्री आवास योजना किसान सम्मान निधि राष्ट्रवाद के मुद्दों पर भाजपा ने कुशल प्रबंधन के चलते अपनी स्थिति को संभालने में सफलता हासिल की और लगभग सभी सीटों पर वह मुख्य मुकाबले में दिखाई पड़ी ।
फतेहपुर जिले की सदर और हुसैनगंज विधानसभा सीट पर शुरू से ही राजनीतिक प्रेक्षकों की नजर से साथ ही बिंदकी विधानसभा से चुनाव लड़ रहे भाजपा समर्थित अपना दल प्रत्याशी राज्यमंत्री जय कुमार सिंह जैकी के साथ ही अचानक बिंदकी विधानसभा से पूर्व में विधायक रहे पूर्व राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह पटेल की परफॉर्मेंस को लेकर भी संशय था । वही खागा व आयाहशाह विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान विधायक क्रमशः कृष्णा पासवान व विकास गुप्ता के सामने भी कड़ी चुनौती थी ।
प्रारंभिक घमासान में जहां भाजपा और गठबंधन के प्रत्याशी काफी रक्षात्मक स्थिति में दिख रहे थे वह लगातार डैमेज कंट्रोल करते हुए चुनावी अभियान को बढ़ाते रहें ।गठबंधन का कुशल चुनावी प्रबंधन और प्रथम द्वितीय व तृतीय चरण से मुक्त हुए संगठन के नेताओं व कार्यकर्ताओं की फतेहपुर जनपद में इंट्री ने समीकरणों में सकारात्मक परिवर्तन कर दिया ।
जहां पहले सत्तारूढ़ दल के विधायकों से मतदाताओं में खासी नाराजगी देखी गई और स्थानीय विकास के मुद्दों पर मतदाताओं का फोकस था वही मतदान की तिथि आते-आते इसमें खासा बदलाव देखने को मिला और मुफ्त राशन प्रधानमंत्री आवास योजना राष्ट्रवाद आतंकवाद कट्टरवाद जैसे मुद्दों को प्रमुखता दी जाने लगी । जिससे बेरोजगारी महंगाई भ्रष्टाचार और स्थानीय समस्याओं जैसे मुद्दों से मतदाताओं का ध्यान हटाने में सत्तारूढ़ गठबंधन सफल होता दिखा ।
वर्तमान हालातों को और मतदाताओं के रुझान को अगर देखें तो सभी आधा दर्जन सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा अपना दल बनाम समाजवादी पार्टी ही देखने को मिला ।
जहानाबाद विधानसभा सीट में भाजपा के प्रत्याशी राजेंद्र सिंह पटेल को केंद्रीय राज्य मंत्री और सांसद साध्वी निरंजन ज्योति का ऐसा समर्थन प्राप्त हुआ की अधिकांश निषाद समाज का मत भाजपा प्रत्याशी की ओर जाता दिखा राजेंद्र सिंह पटेल के लिए जहानाबाद क्षेत्र बिल्कुल नया था ।लेकिन परसीमन के पूर्व देवमई विकासखंड में उनके रहे संपर्कों ने उन्हें जहां मदद पहुंचाई वही अमोली विकासखंड में साध्वी निरंजन ज्योति और वहां से विधायक रहे जय कुमार सिंह जैकी के जनाधार ने मजबूती दिलाई परिणाम स्वरूप राजेंद्र सिंह पटेल मुख्य मुकाबले में आ गए । जिन्हें जबरदस्त टक्कर बसपा प्रत्याशी पूर्व विधायक आदित्य पांडे और समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मदन गोपाल वर्मा दे रहे हैं ।
बिंदकी विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक ढांचे ने और इस क्षेत्र में भाजपा के जनाधार के साथ ही सजातीय मतदाताओं के एकमुश्त समर्थन से अपना दल प्रत्याशी को जहां मदद मिली वही उनके लगातार कुशल प्रबंधन ने उनके जनाधार को मजबूती दी जिनका सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रामेश्वर दयाल उर्फ दयालु गुप्ता से माना जा रहा है । यद्यपि ग्रामीण क्षेत्रों में बसपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को भी काफी समर्थन मिला है । लेकिन वह है चुनाव जीतने के लिए नाकाफी दिखता है ।
आयाहशाह सीट पर वर्तमान भाजपा विधायक विकास गुप्ता को जहां कड़ी चुनौती राजसभा सांसद समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी विशंभर निषाद से मिल रही थी । वही कांग्रेस प्रत्याशी हेमलता पटेल ही उन्हें कड़ी चुनौती दे रही थी लेकिन साध्वी निरंजन ज्योति की लगातार सक्रियता एवं ऐन चुनाव के बीच कई बार क्षेत्र से विधायक रहे पूर्व मंत्री अयोध्या पाल के भाजपा में शामिल हो जाने से समीकरण परिवर्तित हुए और जो भी लड़ेगा वह इस क्षेत्र में विकास गुप्ता से ही लड़ेगा ।
सदर विधानसभा सीट में वर्तमान भाजपा विधायक विक्रम सिंह चौहान को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है । यही हाल हुसैनगंज विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी राज्यमंत्री रणधीर सिंह उर्फ धुन्नी भैया का रहा । जहां सपा प्रत्याशी उषा मौर्य उन्हें कड़ी चुनौती दे रही थी । साथ ही कांग्रेस के प्रत्याशी शिवाकांत तिवारी भी उन्हें जबरदस्त क्षति पहुंचा रहे थे । इन दोनों सीटों को लेकर मतदान के बाद भी भाजपा आलाकमान असमंजस में है । खागा विधानसभा क्षेत्र से यद्यपि वर्तमान भाजपा विधायक कृष्णा पासवान को प्रारंभ में तमाम विरोध और चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन सत्तारूढ़ दल के प्रबंधन ने उनकी मुश्किलों को काफी हद तक आसान बना दिया इसके बावजूद खागा विधानसभा की इस सीट पर कोई स्पष्ट अवधारणा कायम करना मुश्किल है ।