
कानपुर : सरसौल विकासखंड के हाथीगांव में श्रीमद्भागवत कथा आयोजन किया गया । दिनांक 24 फरवरी दिन ब्रहस्पतिवार को हाथीगांव के ग्रामीणों के सहयोग से श्रीमद्भागवत कथा आयोजन किया गया श्रीमद्भागवत कथा को सुनने के लिए आसपास के गांव के लोग भी एकत्रित हुए आए हुए सभी भक्त भजनों में झूमकर नाचे । जिसमें सैकड़ो की संख्या में भक्त आकर भागवत कथा का आनंद लिया । श्रीमद्भागवत महापुराण एक अपूर्व धार्मिक ग्रंथ है । इस ग्रन्थ में भगवान के अवतारों में यज्ञ ,बुद्ध और कल्कि को छोड्कर अन्य सभी कथाओं का विस्तृत वर्णन किया गया है । दशम स्कन्ध में वर्णित भगवान श्रीकृष्ण की सुमधुर मंगलमयी कथाएं तो मन को आनंदित करती है ।एकादश स्कन्ध में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा उद्धव को दिया गया उपदेश,वर्णाश्रम धर्म,सांख्य-ज्ञान,भक्तियोग,संत-लक्षण इत्यादि विषयों का पूर्ण और श्रेष्ठ विवेचन है । श्रीमद्भागवत की सभी कथाएं भक्तियोग का उत्तम उपदेश देनेवाली एवं श्रद्धा बढ़ाने वाली हैं ।
तथापि भगवान कपिल का माता देवहूति को उपदेश,जड़भरत, अजामिल,प्रह्लाद-चरित्र, वामनावतार एवं महाराजा बलि की कथाओं ने मेरे हृदय को विशेषतया आकृष्ट किया है । व्यास करुणेंद्र शास्त्री ने कहाकि आज की युवा पीढ़ी भक्ति और पूजा-पाठ में ज्यादा ध्यान नही देते है । आज की युवा पीढ़ी नशा का आदी होता चला जा रहा है । जो शरीर के लिए सबसे हानिकारक है ।
इस मौके पर कथा व्यास करुणेंद्र शास्त्री माया का पुरवा घाटमपुर कानपुर नगर नाल वादक विजय कुशवाहा जहानाबाद फतेहपुर,झीकावादक वीरेंद्र यादव रघुनाथ पुर पतारा कानपुर नगर,अर्जुन गुप्ता,रवि यादव बाबूसिंह यादव,सुघर यादव,बीपी सिंह,दिलीप यादव (बड़े), रमेश यादव, दीपक, अमन यादव (अन्नू) समेत सैकड़ो भक्त उपस्थित रहे ।