
देश के पूर्वोत्तर राज्य असम में बीते एक सप्ताह से कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है । पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 3132 नए मामले सामने आए हैं । जबकि कोरोना संक्रमित 18 लोगों की मौत हो गई है ।
इस तरह राज्य में कोरोना संक्रमण के कारण पिछले पांच दिनों में 73 लोगों की मौत हो चुकी है । राज्य में सबसे बुरा हाल गुवाहाटी और कामरूप मेट्रो जिला का है जहां मंगलवार को 1313 मामले सामने आए ।
दरअसल इसी महीने की 6 अप्रैल को असम विधानसभा के चुनाव खत्म हुए और महज उसके कुछ दिन बाद ही प्रदेश में कोरोना के मामले अचानक से सामने आने लगे । कामरूप मेट्रो जिले में बीते पांच दिन में 4752 मामले सामने आ चुके है । इस बीच राज्य के कई ज़िलों में कोरोना के सामने आते मामलों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने समूचे प्रदेश में रात 8 बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया है ।
इसके अलावा नर्सरी से कक्षा आठवीं तक सभी तरह के स्कूल, शिक्षण संस्थान और हॉस्टल को बंद कर दिया गया है ।
राजधानी दिल्ली,महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के कारण बेकाबू हुई स्थिति और वहां दवाइयों,ऑक्सीजन की कमी को ध्यान में रखते हुए असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा सरकारी अस्पतालों के अलावा प्राइवेट नर्सिंग होम के साथ मिलकर मरीजों के लिए अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने में जुटे है ताकि आगे यहां के हालत काबू में रह सके ।
स्वास्थ्य मंत्री सरमा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि असम में रेमेडेसिवीर की 25 हजार शीशियां स्टॉक में हैं, जिनका उपयोग पूर्वोत्तर राज्यों में किया जा सकता है । इसके अलावा असम में 8 ऑक्सीजन प्लांट फिलहाल चालू है ।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा,”असम में 8 ऑक्सीजन प्लांट चालू है । पूर्वोत्तर राज्यों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पीएम केयर्स धन के माध्यम से कुल 10 और ऑक्सीजन संयंत्रों को जोड़ा जाएगा । हमारे पास स्टॉक में 2000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी हैं ।”
मंत्री सरमा ने बताया कि मंगलवार को असम को 4 लाख कोविशिल्ड वैक्सीन और 1 लाख कोवाक्सिन की ताज़ा खुराक प्राप्त हुई है । इसके साथ ही वैक्सीन का कुल स्टॉक 6,57180 हो गया है ।
असम के स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के अनुसार वर्तमान असम में कोविड-19 के 19,923 सक्रिय मामले हैं ।