
कानपुर : सरसौल विकास खण्ड क्षेत्र में जेंडर इक्विटी की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । शिक्षिका अर्चना वर्मा ने जेंडर के बारे में लोगों को जागरूक किया ।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि लैंगिक समानता हर बच्चा अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने का हकदार है । लेकिन उनके जीवन में लैंगिक असमानता और उनके लिए देखभाल करने वालों के जीवन में इस वास्तविकता में बाधा है । हर लड़के और लड़की के समग्र विकास में गतिशील प्रगति होना चाहिए प्रत्येक बच्चे का अधिकार है कि उसकी क्षमता के विकास का पूरा मौका मिले । लेकिन लैंगिक असमानता की कुरीति की वजह से वह ठीक से फल-फूल नहीं पाते है । उन्होंने कहा कि बेटी को अधिकार को बेटे जैसा प्यार दो ।
कानपुर जनपद के समस्त ब्लॉक में सभी खण्ड शिक्षा अधिकारी,एसआरजी एंव डीआरजी ने लैंगिक समता पर अपने विचार व्यक्त कर बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए उनकी पढ़ाई में आने वाली बाधाओं का निराकरण करके उन्हें मुख्य धारा में लाया जाए ।
हमारे ग्रामीण क्षेत्र में आज भी बालिकाओं को शिक्षित होने कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है । हमारे प्रयास,प्रेरणा,सहयोग और विश्वास से हम उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित कर सकते है । उन्होंने कहाकि स्त्री पुरुष समानता किसी समाज की वह स्थिति है । जिसमें संसाधनों एवं अवसरों की उपलब्धता की दृष्टि से स्त्री और पुरुष में कोई भेदभाव नहीं किया जाता । सभी स्त्री हो या पुरुष,सभी को आर्थिक भागीदारी एवं निर्णय-प्रक्रिया में समान रूप से देखा जाता है ।
इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी जिलेदार सिंह,प्रभात उपाध्याय,आशीष सिंह,शिवगोविंद साहू,एसआरजी,अर्चना वर्मा ,सोनिया मल्होत्रा,अलका गुप्ता,भावना शर्मा,शबाना परवीन समेत समस्त शिक्षकगण व सम्मानित लोग उपस्थित रहे ।