
झारखंड में कोविड-19 की स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है । बीते 27 अप्रैल की रात 9 बजे तक 51,252 एक्टिव केस थे । एक अप्रैल से 26 अप्रैल तक 1000 से अधिक लोगों की मौत हुई है । वहीं अब तक कुल 2246 लोगों की मौत पूरे राज्य में कोविड से हो चुकी है ।
बीते मंगलवार को कुल 103 कोविड मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया ।
राज्य के रांची, पूर्वी सिंहभूम, रामगढ़, धनबाद, बोकारो में सबसे अधिक मौतें हुई हैं ।
आंकड़ों के मुताबिक़ इन पाँच ज़िलों में 72 फ़ीसदी यानी 1627 मौतें हुई हैं ।
बिगड़ते हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने 22 से 29 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा दिया था । बुधवार को सीएम हेमंत सोरेन स्थिति की समीक्षा करेंगे ।
उम्मीद जताई जा रही है कि इसकी अवधि बढ़ाई जाएगी । इधर राज्य के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति पहले से थोड़ी बेहतर हुई है । लेकिन मरीजों की परेशानी बहुत कम नहीं हुई है ।
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के पेइंग वार्ड में मंगलवार को आधा घंटा के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई रुक गई थी । इस दौरान वहां 69 मरीज भर्ती थे । हालांकि बाद में आपूर्ति बहाल कर दी गई ।
इधर दिल्ली सरकार के अनुरोध पर हेमंत सोरेन ने 58 टन ऑक्सीजन जमशेदपुर से दिल्ली भेजा । इसके लिए राजस्थान सरकार की तरफ से भी अनुरोध किया गया है । वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने घरों में ऑक्सीजन सिलेंडर स्टॉक कर रखा है । इस वक्त एक सिलेंडर 12-15000 रुपए में मिल रहा है ।