
लखनऊ । एनबीआरआई,लखनऊ में दो दिवसीय बोगनविलिया फेस्टिवल एवं समर प्लांट साइंस फेस्ट का उद्धघाटन अप्रैल उत्तर प्रदेश सरकार के उप-मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक के द्वारा किया गया ।
इस अवसर पर श्री असीम अरुण,पूर्व आईपीएस एवं उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं एसजीपीजीआईएमएस, लखनऊ के निदेशक प्रो. आर के धीमान प्रो. ए के त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे ।
बोगनविलिया फेस्टिवल के समन्वयक एवं संस्थान के मुख्य वैज्ञानिक डॉ० एस के तिवारी ने बोगेनविलिया प्रदर्शनी की रूप रेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि संस्थान द्वारा पहले से ही दो पुष्प प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता रहा है । किंतु गर्मियों का एक प्रमुख पौधा बोगेनविलिया अभी तक इससे दूर था । अतः संस्थान का इस दिशा में यह प्रथम प्रयास है । यह प्रयास भविष्य में इस प्रदर्शनी को आम जनता की सहभागिता हेतु खोले जाने की संभावनाएं भी तलाशेगी ।
इस फेस्टिवल में संस्थान द्वारा विकसित बोगनविलिया की किस्मों जैसे ‘बेगम सिकंदर’; ‘शुभ्रा’; ‘डा॰ बी॰ पी॰ पाल’; ‘अर्जुना’; ‘अर्चना’; ‘मेरी पाल्मर स्पेशल’; ‘लॉस बनोस वैरिगेटा’; ‘अरुणा’; ‘डा॰ पी॰ वी॰ साने’ को प्रदर्शित किया गया हैं ।
समर प्लांट साइंस फेस्ट की कोऑर्डिनेटर डॉ. विधु साने ने बताया कि ग्रीष्म कालीन पादप विज्ञान समारोह पूरी तरह शोधार्थियों द्वारा आयोजित किया जा रहा है जिससे उनको भविष्य की चुनौतियों का सामना करने का अनुभव प्राप्त होगा ।
डॉ. साने ने बताया कि इस साइंस फेस्ट में दो दिनों में पांच सत्रों में करीब 25 प्रस्तुतियों द्वारा प्रतिभागियों द्वारा अपने शोध कार्य को प्रस्तुत किया जाएगा । पहले दिन तीन सत्रों में विभिन्न विषयों पर 10 व्याख्यान प्रस्तुत किये गए । इस अवसर पर शोधार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया ।
समारोह के मुख्य अतिथि श्री पाठक जी ने संस्थान को आयोजन के सफल आयोजन हेतु शुभकामनाएं देते हुए कहा कि तेजी से बढती जनसंख्या के कारण प्राकृतिक स्थान कम हो रहे हैं ऐसे में शहर के बीच स्थित संस्थान का उद्यान न सिर्फ लोगों को प्राण वायु प्रदान कर रहा है बल्कि साथ ही ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से प्रकृति के प्रति जागरुकता भी बढ़ा रहा है । उन्होंने पादप आधारित औषधियों की महत्ता को भी रेखांकित किया ।
समारोह के विशिष्ट अतिथि श्री असीम अरुण, माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने कहा कि असीम अरुण ने अपने संबोधन में संस्थान से अपने बचपन के जुड़ाव को याद करते हुए कार्यक्रम हेतु शुभकामनाएं दीं एवं प्रसन्नता व्यक्त की कि संस्थान अपनी प्रतिभा एवं क्षमताओं को नित नये रूप में आगे बढ़ा रहा है ।
प्रो. आर के धीमान, निदेशक, एसजीपीजीआई, लखनऊ ने पादप औषधियों के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए संस्थान के वैज्ञानिकों का आवाहन किया कि प्रमुख पादप औषधियों में पाये जाने वाले प्रमुख क्रियाशील तत्वों पर शोध को और बढ़ाया जाय ।
इससे पूर्व संस्थान के निदेशक प्रो. एस के बारिक ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि बोगनविलिया फेस्टिवल का आयोजन कार्यक्रम विगत दो वर्षों से कोविड महामारी के कारण बाधित था । इस वर्ष फेस्टिवल को छोटे स्तर पर आयोजित किया जा रहा हैं ।
उन्होंने आगे बताया संस्थान कई दशको से बोगनविलिया पर शोध एवं विकास कार्य कर रहा हैं संस्थान द्वारा बोगनविलिया की लगभग 25 किस्मों का विकास किया चुका हैं अगले वर्ष से बोगनविलिया प्रदर्शनी के रूप में इसका पूर्ण आयोजन किया जायेगा ।
प्रोफ. बारिक ने समर प्लांट साइंस फेस्ट के बारे चर्चा करते हुए बताया कि इस विज्ञान फेस्ट का आयोजन का मुख्य उद्देश्य शोधार्थियों की छुपी हुई प्रतिभाओं को उजागर करना एवं प्रोत्साहित करना है । साथ ही उनके अंदर विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए हिम्मत एवं जोश उत्पन्न करना है । उन्होंने आशा जताई कि अगले वर्ष इस कार्यक्रम को वृहद स्तर पर विस्तारित करने के प्रयास किये जाएंगे ।
अंत में डॉ. मेहर आसिफ,वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया ।
बोगनविलिया फेस्टिवल आम जनता हेतु अवलोकनार्थ 13 अप्रैल,2022 प्रातः 10:00 बजे से सायं 05:00 बजे तक खुला रहेगा ।