
ऑस्ट्रेलिया ने पश्चिमी येरूशलम को इसराइल की राजधानी के रूप में मान्यता देने का चार साल पुराना फ़ैसला पलट दिया है ।
ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने 2018 में जो फ़ैसला किया था उसमें विश्व शांति की अनदेखी की गई थी और इस फ़ैसले ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरे देशों से अलग-थलग कर दिया था ।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के इसराइल के मैत्री संबंध पहले जैसे ही रहेंगे । लेकिन दूतावास तेल अवीव में ही रहेगा । येरूशलम को लेकर इसराइल और फ़लस्तीन के बीच विवाद लंबे समय से चल रहा है ।
इसराइल के विदेश मंत्रालय ने ऑस्ट्रेलिया के इस कदम पर ‘घोर निराशा’ जताई है । इसराइली मीडिया ने कहा है कि इसराइल इस मामले में ऑस्ट्रेलिया के राजदूत को तलब करेगा और अपनी चिंता से अवगत कराएगा ।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को साल 2017 में आलोचना झेलनी पड़ी थी । जब उन्होंने अमेरिका की विदेश नीति के उलट येरूशलम को इसराइल की राजधानी के रूप में मान्यता देने की घोषणा की थी ।
इसके बाद मई 2018 में अमेरिकी दूतावास को तेल अवीव से येरूशलम स्थानांतरित कर दिया गया था ।
इसके कुछ महीनों बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भी अमेरिका की राह पर चलने की घोषणा की थी, लेकिन कहा था कि फ़िलहाल दूतावास को तेल अवीव से येरूशलम नहीं ले जाया जाएगा ।