
फतेहपुर । सहायक निदेशक मत्स्य फतेहपुर ने बताया कि मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत दो परियोजनाएं संचालित की जाएगी । मनरेगा कनवर्जेन्स अथवा पट्टाधारक द्वारा स्वयं अथवा अन्य विभागों के माध्यम से सुधारे गये ग्राम सभा व अन्य पट्टे के तालाबों में मत्स्य उत्पादन हेतु प्रथम वर्ष निवेश यथा मत्स्य बीज,मत्स्य पूरक आहार,जलापूर्ति संशाधन,दवाएं, जाल आदि के क्रय पर अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा ।
मनरेगा कनवर्जेन्स अथवा पट्टाधारक द्वारा स्वयं अथवा अन्य विभागों के माध्यम से सुधारे गये ग्राम सना व अन्य पट्टे के तालाबों में मत्स्य बीज बैंक की स्थापना हेतु स्पॉन,फ्राई,मत्स्य पूरक आहार,जलापूर्ति के संशाधन,हापा एवं जाल आदि के क्रय पर अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा ।
उक्त योजना में विभागीय वेबसाइट http://fisheries.up.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन 07 से 16 फरवरी 2023 तक किए जा सकेंगे । योजना में तालाबों के ऐसे सभी पट्टाधारक आवेदन कर सकते है । जिनके पट्टे की अवधि में न्यूनतम 4 वर्ष अवशेष हो ।
योजना हेतु आवेदक को इकाई लागत रू0 4.00 लाख प्रति हे0 पर 40 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा । एक आवेदक को योजनान्तर्गत अधिकतम 20 हे० जलक्षेत्र तक लाभ अनुमन्य है ।
योजनान्तर्गत परियोजनाओं का विवरण,इकाई लागत आवेदन करने की प्रक्रिया,आवेदन के साथ संलग्न किये जाने वाले अभिलेख शासकीय पहचान पत्र (आधार कार्ड आदि),तालाब पट्टा आवंटन का प्रमाण पत्र (पट्टा विलेख आदि) ।
स्वः हस्ताक्षरित शपथ पत्र बैंक पासबुक/बैंक खाता विवरण, पासपोर्ट साईज फोटो की आवश्यकता होगी विस्तृत विवरण विभागीय वेबसाइट http://fisheries.up.gov.in पर देखा जा सकता है ।
योजना के सम्बन्ध में कार्यालय सहायक निदेशक मत्स्य जगन्नाथ की कोठी,आई०टी०आई० रोड फतेहपुर में किसी भी कार्य दिवस में सम्पर्क कर विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है ।