
कानपुर । डॉ. भीमराव अंबडेकर स्वास्थ्य एवं शिक्षा समिति उमराव खेड़ा के तत्वाधान संविधान निर्माता व भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती रविवार को बड़ी धूमधाम से मनाई गई । बाबा साहेब की प्रतिमा पर फूल-माला चढ़ाकर उन्हें और उनके आदर्शों को याद किया गया ।
संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अंबडेकर की प्रतिमा पर फूल-माला चढ़ाकर लगभग सौ बाइकें, चार पहिया वाहन व ई-रिक्शा के साथ विशाल रैली निकाली गई । यह रैली सरसौल कस्बा से होते हुए रामपुर,महोली,डोमनपुर ,पुरवामीर, रायपुर,नरवल,फुफुवार,हाथीपुर आदि गांवों का भ्रमण करते हुए उमरावखेड़ा गांव में संपन्न हुई ।हजारों की संख्या में एक साथ जय भीम के नारों से पूरा इलाका गुंजायमान हो रहा ।
डॉ. भीमराव अंबडेकर स्वास्थ्य एवं शिक्षा समिति के संरक्षक रिटायर्ड सीएमओ डॉ. लीला प्रसाद ने बताया कि भीमराव अंबेडकर को संविधान निर्माता के तौर पर जाना जाता है । उनका जन्म 14 अप्रैल को हुआ था । बाबा साहेब की जयंती को पूरे देश में लोग उत्साह से मनाते हैं । भारत रत्न अंबडेकर पूरा जीवन संघर्ष करते रहे । भेदभाव का सामना करते हुए उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की । आजादी की लडाई में शामिल हुए और स्वतंत्र भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने के लिए संविधान निर्माण में अतुल्य भूमिका निभाई । बाबा साहेब ने पिछड़े और कमजोर वर्ग के अधिकारों के लिए पूरा जीवन संघर्ष किया ।
इस मौके पर पिंटू सिंह गौतम संस्थापक समिति,बलवीर सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष समिति,मनोज यादव जिला पंचायत सदस्य,योगेंद्र कुमार,रवि कांत गौतम,नवल कुमार,रोहित उत्तम,गंगा सागर,रजोले लाल,मनोज निषाद,दीपक गौतम,सोनाली गौतम,मीरा कुमारी कुरील आदि दर्जनों युवा उपस्थित रहे ।