
एक नजर –
– टूटे हुए पेड़ के ऊपर चढ़कर खेलते मासूम बच्चे ।
– झटकों से अगर तार टूटा तो नीचे खड़े लोग और बच्चे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जायेगे ।
– आखिर इतनी जटिल समस्या पर जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से क्यों भागते नजर आते हैं ।
Edited by Amit Kumar ‘dev’
फतेहपुर /बिन्दकी :
जनपद फतेहपुर के तहसील बिन्दकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में विगत कई माह से लगातार कोरोना टीकाकरण अभियान जोरों के साथ मौत के साए के नीचे हो रहा है ।आपको बताते चलें कि विगत दिनों तेज बरसात व आंधी के चलते एक पेड़ टूटकर बिजली के खम्भों पर बंधे तार के सहारे कई दिनों से लटका है । जिसके नीचे प्रतिदिन सैंकड़ों की तादाद में लोग टीकाकरण कराने के लिए लम्बी लम्बी कतारें में भोर पहर से लोग खड़े हो जाते हैं ।
लेकिन कब कौन सा हादसा हो जाये पता नहीं ।
ऐसे हादसों पर पहले से अंकुश तो लगाया जा सकता है । लेकिन जिम्मेदारों की आंखों पर काली पट्टी इस तरह से अपना गलबा धारण किये हुए है कि उन्हें कुछ दिखाई ही नहीं पड़ता या फिर यूँ कहें कि अस्पताल प्रशासन किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा हो ।
लेकिन सवाल यह भी उठता है कि बगल में ही लगे ऑक्सीजन प्लान्ट का उदघाटन भी हाल ही में हुआ । जहां पर जनपद के छः विधायक दो राज्यमंत्री व एक केन्द्रीय मंत्री के साथ जनपद के आला अफसर भी मौजूद रहे । लेकिन किसी की नजर इस ओर नहीं पड़ी अगर पड़ी भी तो नजर अंदाज आखिर क्यों कर दिया गया ?
आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो सकती है । क्यों ?
ऐसे लापरवाह जिम्मेदारों पर कोई कार्यवाही आखिर क्यो नही ? इन्हें जिले के किस सफेदपोश नेताओं या फिर कौन से आला अफसरों का संरक्षण प्राप्त है । जिनकी वजह से ऐसे लापरवाहों पर कार्यवाही के बजाय इनकी पीठ थपथापाई जाती है ।
यही वजह है कि इनके हौंसले दिन पर दिन बुलन्द होते दिखाई पड़ते हैं ।
जिस प्रकार से देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की समस्त नागरिकों को फ्री में टीकाकरण करा रही है ।
लेकिन ये फ्री में वैक्सीनेशन,कहीं फ्री में मौत का कारण न बन जाये ।
मतलब कि आम जन की जिंदगी का कोई महत्व नहीं है ।