
तालिबानी अधिकारियों के अनुसार, अफ़ग़ानिस्तान में आए शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 1000 लोगों की मौत हो गई है और 1500 से अधिक घायल हुए हैं ।
सोशल मीडिया पर आ रही तस्वीरों में वहां हुए भारी भूस्खलन और तहस-नहस हुए मिट्टी के घर दिख रहे हैं । सबसे ज़्यादा नुक़सान पूर्वी प्रांत पक्तीका में हुआ है, वहां बचाव दल घायलों के इलाज के लिए कोशिश कर रहे हैं ।
इस प्रांत में बड़ी संख्या में घर मलबे में तब्दील हो गए हैं । यहाँ से आ रही तस्वीरों में घायलों को स्ट्रेचर में ले जाते देखा जा सकता है । दूर-दराज़ के इलाक़ों से हेलिकॉप्टर के ज़रिए घायलों को अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है ।
तालिबान के नेता हिब्तुल्लाह अखुंदजादा ने बताया है कि सैकड़ों घर तबाह हो गए हैं और मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है ।
Notable quake, preliminary info: M 6.1 – 44 km SW of Khōst, Afghanistan https://t.co/4ORKfdDXIR
— USGS Earthquakes (@USGS_Quakes) June 21, 2022
तालिबान के आपदा प्रबंधन के उप मंत्री शरफ़ुद्दीन मुस्लिम ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कम-से-कम 920 लोग मारे गए हैं और 600 से अधिक घायल हुए हैं ।
जानकारी के मुताबिक़,
भूकंप का केंद्र दक्षिणी पूर्वी शहर ख़ोस्त से 44 किलोमीटर दूर स्थित था ।
भूकंप के झटके अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान और भारत तक महसूस किए गए । जानकारी के मुताबिक़, भूकंप के झटके अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल और पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद तक महसूस किए गए ।
बचाव दल भूकंप प्रभावित इलाक़ों में पहुंच गया है ।
तालिबान के एक प्रवक्ता बिलाल करीमी ने ट्वीट के ज़रिए जानकारी दी है कि भूकंप में सैकड़ों लोगों की जान गई है । करीमी ने प्रभावित ज़िलों के नाम नहीं बताए । भूकंप स्थानीय समय के अनुसार,
आधी रात के बाद 1.30 बजे (भारत के अनुसार रात 2.30 बजे) आया । उस समय लोग अपने घरों में सो रहे थे ।
अफ़ग़ानिस्तान के पक्तीका प्रांत के अलावा भूकंप का असर ख़ोस्त, गज़नी,लोगार, काबुल, जलालाबाद और लग़मन में भी हुआ है ।
तालिबानी अधिकारियों ने राहत एजेंसियों से भूकंप से प्रभावित देश के पूर्वी इलाक़ों में पहुंचने का अनुरोध किया है ।
एक स्थानीय डॉक्टर ने बीबीसी को बताया है कि हताहत होने वाले ज़्यादातर लोग पक्तीका प्रांत के गयान और बरमाल ज़िलों के हैं । स्थानीय वेबसाइट इतिलाते रोज़ के अनुसार गयान ज़िले का एक पूरा गांव बर्बाद हो गया है ।
दशकों से युद्ध से जूझ रहे अफ़ग़ानिस्तान ने भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए कोई ख़ास उपाय अब तक नहीं किए हैं । ऐसे में आपदाओं के आने पर देश के लिए उससे निबट पाना बहुत कठिन हो जाता है ।
हालांकि राहत एजेंसियों ने पिछले कुछ सालों में कई इमारतों को मज़बूत बनाया है ।
अमेरिका के जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा है कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.1 थी । भूकंप का केंद्र ख़ोस्त से 44 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम दिशा में था ।
अफ़ग़ानिस्तान के ग्रामीण इलाक़ो में अधिकतर घर मिट्टी के होते हैं जो भूकंप के झटके सह नहीं पाते हैं । इसी कारण वहां नुकसान भी अधिक होता है ।