
फतेहपुर । दुनिया भर में हर साल 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है । इस दिन को सबसे पहले साल 2012 में मनाया गया था । इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और उन्हें उनके अधिकार प्रदान करने में मदद करना ताकि दुनिया भर में उनके सामने आने वाली चुनौतियों का भी वे सामना कर सके और अपनी जरूरतों को पूरा कर सके था ।
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 2022 की थीम
इस साल अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 2022 की थीम हमारा समय अभी है- हमारे अधिकार हमारा भविष्य रखी गई है । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बालिका दिवस मनाने की सबसे पहली पहल एक गैर सरकारी संगठन प्लान इंटरनेशनल प्रोजेक्ट के रूप में की गई थी । इस संगठन ने क्योंकि मैं एक लड़की हूं नाम से कैंपेन शुरू किया । इसके बाद इस अभियान को इंटरनेशनल लेवल पर बढ़ाने के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया गया । जिसके बाद कनाडा सरकार ने इस प्रस्ताव को 55 वीं आमसभा में रखा । आखिरकार संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा यह प्रस्ताव 19 दिसंबर 2011 को पारित हो गया और इस दिन को मनाने के लिए आज का दिन चुना गया । आज की सारी जानकारी प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर में प्रधानाध्यापिका गीता यादव ने समस्त बालिकाओं को दी ।
इस अवसर पर बालिकाओं ने भी अपने विचार रखे ।
अंजलि,ख्याति,वर्तिका,रितिका,श्रेया,परी,आराध्या,जया,अर्चिता,खुशी आदि बालिकाओं ने इस समय बालिकाओं की स्थिति पर चर्चा की ।
विद्यालय की सहायक अध्यापिकायें आराधना व दीक्षा ने भी बच्चियों की चर्चा में भाग लिया ।