
कानपुर । हम सभी जानते हैं कि वर्कप्लेस पर मेहनत और हुनर सबसे ज्यादा काम आता है नशा हमारे आत्मविश्वास को कमजोर कर अवसादी बनाता है लेकिन बिना आत्मविश्वास के ना तो काम में संतुष्टि मिलती है और ना ही किया गया काम सफल हो पाता है । इसीलिए आत्मविश्वासी होना सबसे ज्यादा जरूरी है ।
उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत नवज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान में आयोजित सेवा सम्मान समारोह में इंटरनेशनल आईकॉनिक अवार्ड से सम्मानित होने के बाद अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेस्डर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही ।
ज्योति बाबा ने जोर देकर कहा कि आंशिक आत्मविश्वास बढ़ाने हेतु आज का युवा नशे को गले लगा रहा है । जबकि यह उसकी भ्रांति से ज्यादा कुछ नहीं है क्योंकि नशे के सेवन के कारण उसमें डेडीकेशन, डिवोशन और डिटरमिनेशन की बहुत कमी हो जाती है परिणामस्वरूप विचार तो उच्च आते हैं लेकिन जमीन पर उतारना उसके लिए एक दिवास्वप्न बन जाता है । इसीलिए देश के हर बच्चे को नशे के विभिन्न रूपों से बचाकर हमें राष्ट्रोंपयोगी बनाना है ।
ज्योति बाबा ने कहा कि यह सम्मान 33 वर्षों की नशा मुक्त भारत अभियान की यात्रा रूपी तपस्या,सेवा, समर्पण का प्रतिफल है मैं यह सम्मान अपने समस्त सहयोगी व संस्थाओं को देता हूं जिन्होंने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप में भागीदारी निभाई है ।
नव ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन के के शुक्ला ने कहा कि ज्योति बाबा को सम्मानित कर हमारा संगठन गौरवान्वित महसूस कर रहा है शिक्षा जगत से जुड़े होने के कारण अपने छात्र छात्राओं को सिर्फ यही संदेश दूंगा कि जीवन में नित नई ऊंचाइयां प्राप्त करने के लिए गीता पठन-पाठन नियमित करें । नशे से दूर रहने के लिए नकारात्मक सोच से बचें । खुद के बारे में सोचें,आत्मविश्वासी लोगों के साथ रहें और अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकले । उससे पूर्व स्वागत माल्यार्पण नवीन गुप्ता ने किया । कार्यक्रम का भव्य संचालन राजेश शुक्ला व धन्यवाद नेहरू युवा केंद्र के वरिष्ठ समाजसेवी सुशील बाजपेई ने दिया । समारोह में पांच अन्य विभूतियों को भी सम्मानित किया गया । अंत में सभी को नशा मुक्त जीवन का संकल्प योग गुरु ज्योति बाबा ने कराया ।