
फतेहपुर : प्रकृति मित्र वह व्यक्ति है जो जलवायु कार्रवाई कर रहा है । पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा के लिए काम कर रहा है और बेहतर और संरक्षित प्रकृति और बेहतर भविष्य के लिए जलवायु परिवर्तन को बदलने में मदद कर रहा है । प्रकृति के संरक्षण और संरक्षण के लिए जमीनी स्तर पर काम करने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद के नवाचारी शिक्षकों के सशक्त व प्रतिभा सम्पन्न परिवार “मिशन शिक्षण संवाद” द्वारा पर्यावरण संरक्षण व प्रकृति से मित्रता की संकल्पना सजोए कार्यक्रम “विशाल हृदय ” का शुभारंभ किया गया ।
जो 15 अगस्त 2021 तक चलेगा इस कार्यक्रम में शिक्षक, ग्राम प्रधान,ग्राम सचिव के साथ साथ विभिन्न क्षेत्र के सम्मानित जनमानस ने प्रकृति मित्र बनने का प्रण लिया ।
प्रकृति को समर्पित कार्यक्रम “विशाल हृदय” का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जौनपुर प्रवीण कुमार तिवारी द्वारा किया गया । जिनके अद्भुत प्रकृति प्रेम व विद्वतापूर्ण विचारों ने कार्यक्रम को रोशनी प्रदान करने वाली अद्भुत ज्योति जलायी । आपने इस अभियान में बच्चों को सम्मिलित करने पर विशेष बल दिया ।
मुख्य अतिथि के स्नेह व सानिध्य से गर्वित होते हुए “मिशन शिक्षण संवाद” परिवार ने एक स्वर में कहा कि आपकी की महती उपस्थिति, प्रेरणा व मार्गदर्शन से “विशाल हृदय” कार्यक्रम को निःसंदेह असीम ऊर्जा व दिव्यता प्राप्त होगी ।
“मिशन शिक्षण संवाद” परिवार के संरक्षक विमल कुमार ने प्रकृति के प्रति जनमानस की जिम्मेदारी का भान ही नहीं कराया अपितु मानव के द्वारा प्रकृति के साथ किये जा रहे अत्याचारों का अपराध बोध भी बखूबी कराया ।
बताया गया कि यह अभियान मानवता के कल्याण और बेहतर प्रकृति के माध्यम से बेहतर भविष्य के लिए है । अभियान दो व्यक्तित्वों के सम्मान में समर्पित होगा; एक हमारे दिवंगत और बहुत युवा किशोर हरित योद्धा विशाल यादव जिन्होंने पिछले वर्ष आज ही के दिन पौधरोपण के पश्चात देहांत हो गया और दूसरा चिपको आंदोलन के संस्थापक सदस्य स्वर्गीय सुंदर लाल बहुगुणा के लिए जिनका हाल ही में निधन हो गया ।
इस अभियान में भाग लेने वाले शिक्षकों को प्रकृति मित्र कहा जाएगा । इसमें उत्तर भारत के हजारों शिक्षक भाग लेंगे । शिक्षक प्रकृति के लिए केवल अपने निजी संसाधनों से कार्य करेंगे और इसलिए उन्हें किसी धन की आवश्यकता नहीं है। पेड़, जंगल, जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने के लिए शिक्षक क्लब और रेड टेप मूवमेंट पर्यावरण संरक्षण के लिए कई वर्षों से एक साथ काम कर रहे हैं ।
विशाल हृदय अभियान में प्रकृति मित्र चार चरणों में इसे सम्पन्न करेंगे ।
प्रथम चरण 05 जून से 15 जून तक चलेगा जिसमें स्थान का चुनाव व गड्ढे तैयार करना,मिट्टी में खाद व दीमक रोधी अवयव मिलाना तथा सुरक्षा कवच प्रदान करने हेतु ट्री गार्ड लगाना सम्मिलित है ।
दूसरा चरण खोदे गये गड्ढों में वृक्षारोपण का होगा जो 15 जून से 30 जून तक चलेगा ।
तीसरे चरण की समयावधि 01 जुलाई से 10 अगस्त है जिसका उद्देश्य नियमित पौधों की देखभाल तथा प्रकृति मित्र द्वारा मृत पौधों के स्थान पर नये पौधों का रोपण होगा ।
अभियान के चौथे चरण में 11 अगस्त से 15 अगस्त के बीच प्रकृति मित्र लालफीताशाही आंदोलन का आयोजन करेंगे । वे मौजूदा पेड़ों के तनों पर लाल फीताशाही बांधेंगे और मौजूदा पेड़ों और नए लगाए गए पौधों को पेड़ के स्तर तक पहुंचने तक बचाने की शपथ लेंगे ।
पूरे विश्वास के साथ यह अनुरोध किया गया है कि प्रत्येक प्रकृति मित्र कम से कम एक पेड़ को गोद ले, परिवार के किसी सदस्य के नाम पर उस पेड़ को एक नाम दे सकता है और उस पेड़ को उस प्रकृति मित्र के परिवार के सदस्य के रूप में मानेगा जिसने उस पेड़ को अपनाया है । यदि किसी प्रकृति मित्र के पास वृक्षारोपण के लिए जगह नहीं है तो ऐसे प्रकृति मित्र घर में दो बड़े गमले लाएंगे और एक गमले में तुलसी और दूसरे गमले में गिलोय लगाएंगे; ये दोनों पौधे औषधीय महत्व के हैं और परिवार को बचाएंगे ।
सभी चारों चरणों की एक – एक फोटो मिशन शिक्षण संवाद के फार्मेट पर ट्विटर पर शेयर की जायेगी । साथ ही साथ गूगल फार्म भरकर प्रकृति मित्र का प्रमाण पत्र प्राप्त किया जायेगा ।
कार्यक्रम की रूपरेखा पर हेम रत्न दक्ष ने सहज शब्दों द्वारा विस्तार से प्रकाश डाला ।
कार्यक्रम की तकनीकी कमान भदोही की शिक्षिका ज्योति कुमारी ने संभाली ।
कार्यक्रम का संचालन रमेश यादव “सागर” द्वारा किया गया । इस कर्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी देवमई फ़तेहपुर ,श्री कृपा शंकर यादव जी ने भी सभी अध्यापकों, प्रधानों व ग्राम सचिवों क़ा उत्साह वर्धन किया ।
उन्होने कहा कि ये मात्र एक दिन क़ा उत्साह नहीं रहना चाहिए बल्कि निरंतर चलना चाहिए । मुरारपुर की गर्म विकास अधिकारी श्रीमती शिवानी जी ने इस कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए बोला कि न काम आएगी दवा न काम आएगी दुआ,गर धरती पर वृक्षारोपण न हुआ ।
कार्यक्रम में अनेक जिलों के अध्यापकों के साथ साथ प्रा. वि. मुरारपुर की प्र.अ. गीता यादव,गर्म प्रधान श्रीमती पुष्पा पटेल, पंचायत मित्र श्री सज्जन सिंह वर्मा भी उपस्थित रहे ।