
रिपोर्ट – शिवम शंकर वर्मा
(विशेष संवाददाता उत्तर प्रदेश)
फतेहपुर । चने की फसल में वर्तमान में विल्ट या उकठा रोग की समस्या बहुत भारी मात्रा में देखने को मिल रही है । विल्ट रोग चनें की फसल के लिए एक सबसे बड़ा चिंता का विषय है । क्योंकि हर साल विल्ट के कारण चने की फसलों में भारी नुकसान देखने को मिलता है और उत्पादन में भी गिरावट आती है ।
चनें में विल्ट या उकठा रोग मिट्टी द्वारा फैलने वाला एक अत्यंक भयंकर फफूंद जनित रोग है । यह रोग चने के पौधों की जड़ों को सर्वप्रथम संक्रमित करता है और इसके बाद धीरे-धीरे पौधे मुरझाकर नष्ट होने लगते है ।
तो किसान भाइयों,चने की फसल को इन रोगों से बचाने के लिए के coromandal कम्पनी ने निर्माण किया है “फैंटाक प्लस +jatayu” का ।
इनके उपयोग से विल्ट के साथ-साथ अन्य सभी मिट्टी द्वारा फैलने वाले फफूंदजनित रोगों को नष्ट करता है । इसके अलावा यह मार्केट में उपलब्ध एकमात्र ऐसा फफूंदनाशी है । जो तीन तरह से कार्य करता है- कांटेक्ट,सिस्टमिक,फ्यूमिगैंट । जिसके कारण यह सर्वोत्तम फफूंदनाशी है ।
उपयोग की मात्रा
250 ml फैंटाक प्लस का प्रति एकड़ के अनुसार ड्रिप या ड्रेंचिंग में उपयोग करें ।