
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल ने तालिबान के नेतृत्व वाले अफ़ग़ानिस्तान को लेकर अहम चर्चा की है ।
ब्रिटेन सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि फ़ोन पर हुई इस चर्चा में दोनों देशों ने “किसी भी नई अफ़ग़ान सरकार से बात करने के लिए रोडमैप तैयार करने और इस मामले में जी7 देशों के समूह में साथ मिल कर काम करने पर सहमति जताई है ।”
“प्रधानमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि तालिबान के साथ कोई भी समझौता इस शर्त पर होगा कि जो लोग देश छोड़ना चाहते हैं, उन्हें वहां से सुरक्षित निकलने की इज़ाजत दी जाए ।”
इस बीच, अमेरिका के साथ शांति वार्ता का नेतृत्व करने वाले तालिबान के एक अधिकारी ने कहा है कि समूह के शासन के तहत, उन अफगानों के लिए सीमाएं खुली रहेंगी जो विदेशी सैनिकों की वापसी के बाद देश छोड़ना चाहते हैं ।
शेर मोहम्मद स्तानिक्ज़ई ने टेलीविजन पर दिए एक संबोधन में कहा, “इस संबंध में लोगों पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा ।”
उन्होंने कहा, “सही और कानूनी दस्तावेज़ रखने वाले लोग किसी भी समय देश से बाहर यात्रा कर सकते हैं या देश के भीतर आ सकते हैं ।”