
बिन्दकी (फतेहपुर) : बिंदकी तहसील के ग्राम मदरी विकास खंड अमौली निवासी एक अति वृद्ध और उसके दिव्यांग बेटा अपने पट्टे की जमीन पर कब्जे के लिए है एक लंबे समय से अधिकारियों की चौखट में दस्तक दे रहा है किंतु दबंगों के आगे उसकी एक भी नहीं चलती । क्योंकि कब्जा करने वाले दबंग का बिंदकी तहसील में ही तैनात एक लेखपाल का सगा रिश्तेदार है । जब राजस्व टीम मौके पर जाती है तो वही लेखपाल आकर उन्हें दिग्भ्रमित कर देता है और टीम वापस आ जाती है ।
इस आशय का वृद्ध राम सजीवन पुत्र दुर्जा ने सचिव राजस्व परिषद को एक शिकायत की पत्र देखकर न्याय की गुहार लगाई है । जिससे उसके जीविकोपार्जन के लिए मिले पट्टे पर अधिकार मिल सके ।
सचिव राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश दिए गए शिकायती पत्र में अमौली विकासखंड के ग्राम मदरी निवासी राम जीवन पुत्र दुर्जा ने आरोप लगाया है कि मौजा मदरी में गाटा संख्या 1881 क्षेत्रफल 0.0130 हेक्टेयर का पट्टा है जो कि 10 वर्ष से अधिक अवधि हो जाने के कारण श्रेणी1-भूमिधर हो गया है । इस जमीन के बगल से ही चकरोड निकला है । जिस पर पड़ोसी काश्तकारों ने दबंगई के बल पर कब्जा कर लिया है । प्रार्थी ने कई बार चकरोड की पैमाइश करा कर उसका भूखंड पर कब्जा दिलाने के लिए राजस्व विभाग से प्रार्थना किया किंतु उसका कोई हल नहीं निकला ।
गत सप्ताह उप जिलाधिकारी बिंदकी विजय शंकर तिवारी को एक प्रार्थना पत्र दिया था जिस पर उन्होंने एक टीम गठित कर पैमाइश करके कब्जा दिलाने के लिए निर्देशित किया था । राजस्व टीम मौके पर पहुंची तो मेरी भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले दबंग ओम प्रकाश के सगे मौसियां शिवलाल जो बिंदकी तहसील में लेखपाल के पद पर तैनात है राजस्व टीम को दिग्भ्रमित कर वापस करा दिया जिससे उसे न्याय नहीं मिल पाया । ओमप्रकाश का मौसियां शिवलाल पास के ही गांव गांगपुर का निवासी जो मदारी सीमा से जुड़ी हुआ है । लेखपाल शिवलाल के वर्चस्व के कारण जब भी राजस्व विभाग की टीम आती है तो वह अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उन्हें दिग्भ्रमित कर वापस करवा देता है ।
शिकायती पत्र में यह भी बताया गया है कि प्रार्थी बहुत ही गरीब व वृद्ध है और दौड़-धूप करने वाला पुत्र सुधीर विकलांग व्यक्ति है जिसकी वजह से उसे आने जाने में बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ता है इसके बावजूद वह अपनी जमीन के हक के लिए रात दिन तहसील के चक्कर लगाता रहता है ।
उसका कहना है कि बेटा पैरों से विकलांग होने के कारण ज्यादा दौड़-धूप करने में भी वह असमर्थ है और बिना पैसों के कोई भी कर्मचारी या अधिकारी उसे न्याय नहीं दिला पा रहा है । जब भी राजस्व अधिकारी लेखपालों को पैमाइश कर कब्जा दिलाने के लिए मौके पर भेजता है तो लेखपाल शिवलाल जो अवैध कब्जे दार का मौसियां है वह उसमें बाधा उत्पन्न कर टीम को दिग्भ्रमित कर देता है । जिसकी वजह से उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है ।
पीड़ित वृद्ध राम जीवन ने इस आशय का एक शिकायती पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ,जिलाधिकारी फतेहपुर श्रीमती अपूर्वा दुबे सहित राजस्व अधिकारियों को देकर उसके बुढ़ापे और पैरवी करने वाले बेटे सुधीर की विकलांगता और गरीबी को देखते हुए उसके पट्टे के भूखंड पर कब्जा दिलाया जाने की मांग की है ।